भारत (India) और अमेरिका (United States Of America) के बीच आज 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता हुई। इस वार्ता में शामिल होने के लिए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (Lloyd Austin) आज भारत आए और इनके साथ अमेरिका से प्रतिनिधि दल भी मौजूद था। इन दोनों नेताओं की भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता हुई। इस वार्ता में भारत के प्रतिनिधि दल ने भी हिस्सा लिया और देश की राजधानी नई दिल्ली (New Delhi) के सुषमा स्वराज भवन में इस 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता। दोनों देशों के बीच यह पांचवी 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता रही।
संबंधों को बढ़ाने पर सहमति
भारत और अमेरिका के बीच आज हुई पांचवी 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता में अहम विषयों पर चर्चा हुई। इस वार्ता में दोनों देशों के संबंधों और सभी क्षेत्रों में पार्टनरशिप को बढ़ाने पर बात की गई जिसपर सभी ने सहमति जताई।
पीएम मोदी की अमेरिका स्टेट विज़िट को दिया श्रेय
इस वार्ता में जयशंकर ने भारत-अमेरिका संबंधों को अहम बताने के साथ ही इनकी बढ़ाई भी की। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अमेरिका की स्टेट विज़िट को दोनों देशों के संबंधों में नया अध्याय जोड़ने का श्रेय दिया।
डिफेंस है मज़बूत स्तंभ
राजनाथ ने इस वार्ता में भारत और अमेरिका के बीच डिफेंस को सबसे मज़बूत स्तंभ बताया और दोनों देशों के डिफेंस पर साथ मिलकर और मज़बूती से काम करने पर जोर दिया। दोनों देशों के बीच डिफेंस संबंधों को बढ़ाने के लिए कई क्षेत्रों में काम किया जाएगा। इनमें स्पेस से लेकर समुद्र के अंदर तक के क्षेत्र शामिल हैं। भारत और अमेरिका साथ मिलकर हथियारों से लैस व्हीकल्स भी बनाएंगे और साथ ही दूसरे एडवांस्ड हथियार भी मिलकर बनाएंगे। अमेरिका भारत के साथ मिलकर भारत में ही फाइटर जेट्स भी बनाएगा।
विदेशी मुद्दों पर भी चर्चा
इस वार्ता में कनाडा में खालिस्तानी समर्थक गतिविधियों के साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन की हरकतों और दुनिया के दूसरे अहम और चिंताजनक मुद्दों पर भी बात की गई।
सुरक्षा है ज़रूरी
इस वार्ता में सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर भी चर्चा की गई, जिनमें इंडो-पैसिफिक इलाके में सुरक्षा को मज़बूत करने पर जोर दिया गया।
भारत-अमेरिका पार्टनरशिप के तहत अन्य अहम सेक्टर्स पर भी हुई अहम बातचीत
इस वार्ता में डिफेंस और सुरक्षा के साथ ही टेक्नोलॉजी, इन्फॉर्मेशन, इंडस्ट्रियल एंगेजमेंट, सप्लाई चेन को आसान बनाने जैसे विषयों पर भी बातचीत हुई और इनके लिए रोडमैप पर भी चर्चा हुई।