पंचकूला : स्वच्छता मिशन को सफल बनाने के लिए स्वयं साफ-सफाई का कार्य करना होगा तभी दुसरे लोग इस मिशन के साथ जुड़ेंगे। इसके साथ-साथ इसे एक जन आन्दोलन का रूप देना होगा तभी हम स्वच्छ भारत की कल्पना कर सकते है।
यह बात हरियाणा के ग्रामीण विकास एवं पंचायत, कृषि व सिंचाई मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ ने आज सेक्टर-1 में स्थित रैड बिशप में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत ठोस, तरल कचरा प्रबन्धन पर आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश 2017 तक स्वच्छ मिशन के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगा क्योंकि हरियाणा प्रदेश हर क्षेत्र में अग्रणीय राज्य है जबकि यह लक्ष्य 2019 तक निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि आज की इस राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर में शौचालय हो और कोई भी व्यक्ति बाहर खुले में शौच के लिए न जाएं और यह शून्य होना चाहिए। उन्होंने कहा कि घर-घर में शौचालय के साथ-साथ सभी स्कूलों, आंगनबॉडी केन्द्रों के अतिरिक्त सार्वजनिक शौचालयों का भी निर्माण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की खुले में शौच करने कर आदत है, उन्हें जागरूक करके उनकी इस मानसिक सोच को बदलना होगा। लोगों को खुले में शौच करने से फैलने वाली बिमारियों के प्रति सचेत करना अति आवश्यक है।
श्री धनखड ने कहा कि सरकार ने घर-घर में पीने के पानी की सप्लाई उपलब्ध करवाई है लेकिन बहुत-सा पानी खराब हो रहा है, उसका सद्प्रयोग करना भी बहुत जरूरी है। इस पानी को किस प्रकार प्रयोग किया जाए इन सब पर इस कार्यशाला में विस्तार से मंथन किया जाएगा। इस पानी को सिंचाई के रूप में या फिर अन्य किसी प्रयोग में लाने के लिए विस्तार से चर्चा होगी ताकि इस पानी को प्रयोग उचित ढंग से किया जा सके। इसके साथ-साथ प्रतिदिन काफी संख्या में ठोस कचरा निकलता है और इसको किस प्रकार जीरो वैस्ट बनाया जा सके, इससे खाद्य व अन्य प्रयोग में लाने के लिए भी विभाग द्वारा यह लाभकारी ज्ञानवद्र्धक राज्य स्तरीय कार्यशाला आयोजित करने का सामान्य प्रयास किया है। उन्होंने अधिकारियों को परामर्श देते हुए कहा कि वे इस कार्यशाला का लाभ उठाए और मन से वैज्ञानिकों द्वारा दी गई जानकारी का प्रशस्त मार्ग का अनुकरण करे तभी हम स्वच्छता के लक्ष्य को पाने में सफल होंगे। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अच्छाई के रास्ते पर दिक्कतें बहुत आती है इसी प्रकार स्वच्छता का रास्ता भी चुनौतिपूर्ण है। हमें प्रयास ही नही करना बल्कि मन से इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करना है। उन्होंने कहा कि फ्रांस में एक बहुत बड़ी मंडी है और उस मंडी की जीरो वैस्ट है। इस मिशन को सफल एवं कामयाब करने के लिए हमें भी हमारे यहां ऐसे उद्धारण प्रस्तुत करने होंगे। इससे पूर्व श्री धनखड़ ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया।
कार्यशाला में हरियाणा विकास एवं पंचायत विभाग की अतिरिक्त प्रधान सचिव श्रीमती नवराज सिंधु ने कहा कि इस एक दिवसीय कार्यशाला को लगाने का मुख्य उद्देश्य है कि हम किस प्रकार स्वच्छ भारत स्वच्छ हरियाणा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किन-किन माध्यमों का किस दिशा में प्रयोग कर सकते है। उन्होंने बताया कि इस राज्य स्तरीय कार्यशाला में विभिन्न अनुभवी विशेषज्ञों को आमन्त्रित किया गया है ताकि विभाग के अधिकारी एवं प्रदेश के समस्त अतिरिक्त उपायुक्त उन विशेषज्ञों से ज्ञानवद्र्धक जानकारी हासिल कर सके।
कार्यशाला में यूनिसेफ के पूर्व निदेशक सूजोय मजूमदार, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव सरस्वती प्रसाद, राज्य परियोजना संयोजक आर के महत्ता, महाराष्ट्र सेन्टर फॉर साईस ऑफ विलेज वृद्धा की कार्यकारी निदेशक सोहन पांडे, श्रीमती शैली जोशी, डी०आर०डी० कुरूक्षेत्र के परियोजना अधिकारी श्री घुसन पाल ने भी अपने सुझाव दिये कि हम किस प्रकार ठोस, तरल कचरा प्रबन्ध करके जीरो वैस्ट बनाकर स्वच्छ मिशन को सफल बना सकते है।
कार्यशाला में राज्य के सभी जिलों के अतिरिक्त उपायुक्त, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी के साथ-साथ पंचायती राज के कार्यकारी अभियन्ता ने भाग लिया।