चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री से लेकर वित्त मंत्री, संसदीय कार्यमंत्री, कृषि व स्वास्थ्य मंत्री नदारद
चंडीगढ़ : हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने सरकार पर सदन में बजट पर चर्चा के दौरान गम्भीर न होने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने से भाग रही है। सोमवार को हरियाणा विधानसभा की प्रेसदीर्घा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बजट पर चर्चा के दौरान जब उन्हें बोलने के आमंत्रित किया गया तो न सिर्फ मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अपनी सीटों पर मौजूद नहीं थे बल्कि संसदीय कार्यमंत्री, कृषिमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री सहित ज्यादातर मंत्री नदारद थे। उन्होंने कहा कि जब मंत्रियों की कुर्सियां खाली हों तो चर्चा में आप किसको बताओगे कि बजट में कहां-कहां कुप्रबंधन है और लोगों को क्या-क्या दिक्कतें और परेशानियां आ रही हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हरियाणा के इतिहास में शायद पहली बार होगा कि बजट पर जब नेता प्रतिपक्ष के बोलने का समय आए तो उस समय सदन के नेता व वित्त मंत्री सहित ज्यादातर मंत्री मौजूद न हों। उन्होंने कहा कि आज सरकार का पूरा जोर इस बात पर लगा हुआ है कि प्रदेश में आरक्षण आंदोलन के दौरान घटी घटनाओं के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराकर अपनी जिम्मेदारी से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं के लिए कांग्रेस तो दोषी है कि उससे भी ज्यादा दोषी भाजपा सरकार है जो प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने में पूरी तरह से विफल रही। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो सरकार में बैठे लोग दावा करते हैं कि वे प्रदेश को आगे ले जाना चाहते हैं लेकिन दूसरी तरफ साफ है कि उन्हें किसी बात की कोई प्रवाह नहीं। उन्होंने कहा कि अगर सरकार को प्रदेश की प्रवाह होती तो चार दिन तक पूरा प्रदेश आग के हवाले न होता।
पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस की भी नीयत साफ नहीं है और अगर कांग्रेस की नीयत साफ होती तो वे हरियाणा विधानसभा की कार्रवाई में हिस्सा लेते लेकिन वे अखबारों की सुर्खियां बनाने के लिए मात्र चंद मिनटों के लिए सदन में आए और चले गए। जाट आरक्षण पर विस में लाए जाने वाले विधेयक पर पूछे गए सवालों के जवाब में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने इस बारे में केबिनट में बिल लाने से पहले विपक्ष से कोई चर्चा नहीं की और जब उनके सामने जाट आरक्षण का विधेयक आएगा तभी वे उस पर कोई टिप्पणी कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने लोगों से वायदा किया है कि हरियाणा विस के मौजूदा सत्र में ही जाट आरक्षण विधेयक लाएंगे इसलिए उन्हें उम्मीद है कि सरकार इसी सत्र में बिल लाने का अपना वादा पूरा करेगी।
इससे पहले कांग्रेस विधायकों द्वारा छह महीने के लिए निलंबित किए गए तीन सदस्यों का निलंबन रद्द किए जाने और उन्हें वापिस सदन में बुलाए जाने की मांग का समर्थन करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्हें वापिस सदन में बुलाया जाना चाहिए ताकि उन्हें यह वहम न रहे कि हम उनकी पैरवी नहीं करते। राज्यपाल के अभिभाषण दौरान कांग्रेस सदस्यों के आचरण का हवाला देते हुए शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने जब इनेलो विधायकों का उल्लेख किया तो नेता प्रतिपक्ष ने शिक्षा मंत्री से अपनी बात पूरी तरह से स्पष्ट करने को कहा कि इनेलो विधायकों ने क्या किया, यह स्पष्ट किया जाए? शिक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल से वह बात सदन में कहलवा दी जो प्रदेश के हित में थी।