हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने लोगों से आहवान करते हुए कहा कि ‘‘आज वैवाहिक व पारिवारिक जीवन में खटास आ रही है और इस कुरीति को समाप्त करने के लिए समाज शास्त्रियों व सामाजिक लोगों को आगे आना होगा’’। उन्होंने यह भी अपील करते हुए कहा कि ‘‘हमे अपना सामाजिक ताना-बाना बनाना होगा, पहले लोग एक साथ बैठकर बातें करते थे, मगर अब सब अपने आप तक सीमित है, इसलिए हमें इससे बाहर निकलना होगा और समाज को मजबूत करना होगा व हाथ से हाथ मिलाना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि हमें घरों से बाहर निकलते हुए सामाजिक दूरियों को समाप्त करना होगा’’। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि ‘‘कला की धारा हमेशा बहती रहनी चाहिए क्योंकि सामाजिक बुराइयों को दर्शाने के लिए नाटक/कला सर्वश्रेष्ठ माध्यम होती है’’।
श्री विज गत देर शाम अंबाला के सुभाष पार्क के ओपन एयर थियेटर में कलाधारा ग्रुप द्वारा आयोजित नाटक “पुतला” के मंचन के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अपने स्वैच्छिक कोष से पांच लाख रुपए कलाधारा ग्रुप को देने की घोषणा की।
ओपन एयर थियेटर में कलाधारा ग्रुप द्वारा आयोजित नाटक “पुतला” के मंचन के संबंध में उन्होंने कहा कि कलाकारों द्वारा अच्छा नाटक प्रस्तुत किया गया है। नाटक का थीम बेहतर है जिसे रामायण से जोड़ा गया और नाटक में दिखाया गया है कि कि पुराने सिस्टम में सभी ताकतवर लोगों के पुतले हैं, मगर वास्तव में दूसरों को पुतला समझने वाले भी पुतले होते हैं।
*शहीदी स्मारक में प्रतिदिन लाइट, साउंड व लेजर-शो को कमल के फूल पर दिखाया जाएगा- विज*
ऊर्जा व परिवहन मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि अंबाला के सुभाष पार्क में ओपन एयर थियेटर बनाया गया और आज यहां कार्यक्रम होते देख उन्हें सबसे ज्यादा खुशी होती है क्योंकि अब एक भी सप्ताह ऐसा नहीं जाता जिस दिन यहां कोई कार्यक्रम आयोजित न हो। मैं यही चाहता था कि मेरे शहर के लोगों को अपनी कला दिखाने का अवसर मिले और वह अपने मकसद में कामयाब हो रहे हैं। ऐसा ही ओपन एयर थियेटर शहीदी स्मारक में भी बन रहा है जोकि दो हजार लोगों की क्षमता का है जिसमें प्रतिदिन लाइट, साउंड व लेजर-शो को कमल के फूल पर दिखाया जाएगा।
*समाजिक सरोकर खत्म होते जा रहे हैं, इसलिए सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए आगे आना होगा- विज*
श्री विज ने कहा कि पहले लोगों तक अपनी बाते पहुंचाने का नाटक ही माध्यम था और बहुत बड़ी संख्या में लोग इसे देखते थे तथा इसके माध्यम से सामाजिक कुरीतियां व बुराइयों को दिखाया जाता था। मगर बदलते दौर में टेलीविजन ने सबकुछ बदल दिया और हम इसमें ही अब खोकर रह गए हैं। पहले हम बाहर खेलते, चौपालों पर बैठकर बाते करते थे। मगर अब सब कुछ सिमट गया है। अब कहीं पतंगे नहीं उड़ती व गुल्ली डंडा नहीं खेला जाता। आज लोग शाम को घर आकर टेलीविजन लगाकर बैठ जाते हैं। सामाजिक सरोकार खत्म होते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में वैवाहिक जीवन मधुर होता है। पहले माता-पिता फैसला करते थे और पति-पत्नी पूरा जीवन खुशी से रहते थे। मगर आज अकेले रहते हुए घरों के घर बर्बाद हो रहे हैं। पहले संयुक्त परिवार होते थे आज वह टूट रहे हैं। पहले घर में कई लोग होते थे और हर कोई सामाजिक कार्य करता था। मगर आज हमारा सोशल फाइबर टूटा है।
*सुभाष पार्क के ओपन एयर थियेटर में अच्छा साउंड सिस्टम लगाने के लिए जितनी राशि खर्च होगी, वह दी जाएगी- विज*
उन्होंने कहा कि सुभाष पार्क के ओपन एयर थियेटर में अच्छा साउंड सिस्टम लगाने के लिए जितनी राशि खर्च होगी, वह दी जाएगी और वे चाहते हैं कि कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम ओपन एयर थियेटर में हो, तो आयोजक को बाहर से साउंड सिस्टम न लाना पड़े। श्री विज ने यह भी कहा कि ओपन थियेटर की दर्शक दीर्घा में वीआईपी के लिए सोफे न लगाया जाए और जो भी वीआईपी आता है उसे दर्शक दीर्घा में ही बिठाया जाए ताकि उन्हें नाटक व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का पूरा आनंद आए और सभी एक साथ बैठकर कार्यक्रम देखे।
इस अवसर पर मंत्री अनिल विज ने कलाधारा ग्रुप के पदाधिकारियों, कलाकारों, रोटरी क्लब के प्रधान कमलप्रीत सभ्रवाल, खालसा स्कूल प्रिंसिपल केपी सिंह, संजीव वालया सहित अन्य को सम्मानित भी किया।
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