इंडिया गठबंधन में कुछ भी सही नहीं चल रहा है। एक ओर बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए लोकसभा चुनाव को लेकर रोडमैप तैयार कर चुकी है वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन से रोज कोई न कोई ऐसी खबर आ जाती है जो बीजेपी को हमला करने का मौका दे जाती है। ऐसे हम इसलिए कह रहे हैं कि आज ममता बनर्जी ने फिर लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। ममता ने कहा हमें ऐसा फैसला इसलिए लेना पड़ा क्योंकि कांग्रेस नेतृत्व ने विपक्षी गुट इंडिया ब्लॉक में उनके सभी प्रस्ताव खारिज कर दिए हैं।
ममता ने जताई नाराजगी
बर्दवान में एक बैठक में भाग लेने से पहले मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में न्याय यात्रा के कार्यक्रम के बारे में उन्हें सूचित नहीं करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। ममता बनर्जी ने कहा, “गठबंधन के लिए, मुझे पश्चिम बंगाल में न्याय यात्रा के कार्यक्रम के बारे में सूचित किया जा सकता था। लेकिन मुझे कुछ भी नहीं बताया गया।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को 300 सीटों पर चुनाव लड़ने और बाकी सीटें अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के लिए छोड़ने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन उनकी ओर से कोई सकरात्मक जवाब नहीं मिला जिस वजह से हमें यह फैसला लेना पड़ा।
आचार्य प्रमोद कृष्णम क्या बोले
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रियंका गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ममता के ऐलान का बाद एक्स पर लिखा, “अभी कुछ और ‘दल’ भी छोड़ेंगे ‘दल-दल में फँसना कोई नहीं चाहता।” इससे पहले प्रमोद राम मंदिर बनने का श्रेय नरेंद्र मोदी को दे चुके हैं। पार्टी लाइन से अलग हटकर उन्होंने कहा था, ‘यह सनातन के शासन और ‘राम राज्य’ की पुनः स्थापना का दिन है। सदियों के संघर्ष और हजारों लोगों के बलिदान के बाद यह दिन आया है… मुझे लगता है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न होते तो यह संभव नहीं होता।’