Waqf Bill: तमिलनाडु में मुस्लिम वोट बैंक और वक्फ संशोधन बिल पर एम.के. स्टालिन का विरोध तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके प्रमुख एम.के. स्टालिन ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का जोरदार विरोध किया है। गुरुवार, 3 अप्रैल को इस बिल के खिलाफ राज्य विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया गया जिसे विपक्ष के भारी विरोध के बीच पास कर दिया गया।
सदन में प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि ये विधेयक मुस्लिम समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता और उनके वक्फ संपत्तियों के अधिकारों पर सीधा हमला है।
Waqf Bill: स्टालिन क्यों कर रहें विरोध?
स्टालिन का कहना है कि विधानसभा सर्वसम्मति से जोर देती है कि केंद्र सरकार को वक्फ अधिनियम 1995 के लिए वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को वापस लेना चाहिए। अब सवाल ये कि लगभग 87 प्रतिशत हिंदू अबादी वाले राज्य में एमके स्टालिन इस बिल का विरोध क्यों कर रहे हैं? वक्फ विधेयक के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री स्टालिन ने कहा कि इस बिल से बोर्ड की स्वायत्तता खत्म हो जाएगी।
डीएमके का मानना है कि यह विधेयक गैर-मुस्लिम सदस्यों को वक्फ बोर्ड में शामिल करने का प्रावधान करता है, जिससे मुस्लिम समुदाय की धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप हो सकता है।
‘वक्फ बाय यूजर’ प्रावधान को हटाता है, जिससे ऐतिहासिक वक्फ संपत्तियों की मान्यता पर खतरा मंडरा सकता है।
संविधान के अनुच्छेद 26 का उल्लंघन करता है, जो धार्मिक संस्थानों को स्वतंत्र रूप से संचालित करने का अधिकार देता है।
स्टालिन का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के अधिकारों को कमजोर करने और उनकी संपत्तियों को जब्त करने का प्रयास है।