Waqf Amendment Bill (Rajya sabha): लोकसभा ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 3 अप्रैल 2025 को 12 घंटे की लंबी बहस के बाद पारित हो गया है। वक्फ संशोधन बिल के पक्ष में 288 सदस्यों ने और इसके विरोध में 232 सदस्यों ने वोट पड़े हैं। आज वक्फ संशोधन विधेयक को राज्यसभा में पेश किया जा रहा है। इसपर बहस की जा रही है। राज्यसभा में इस समय 236 सांसद है। बहुमत के लिए 119 सांसदों की जरूरत होगी। ऐसे में राज्यसभा में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को इस बिल को पास कराने के लिए ज्यादा मुश्किलों को सामना नहीं करना पड़ेगा।
विधेयक को पारित करने के लिए सत्तारूढ़ एनडीए को 119 वोटों जरूरत होगी और स्वतंत्र और मनोनीत सदस्यों के समर्थन से इसकी संख्या 125 हो जाती है। वक्फ विधेयक को पास कराने के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की स्थिति राज्यसभा में भी अच्छी है, भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए की स्थिति राज्यसभा में भी अच्छी है, जिसमें भाजपा के 98, जेडी(यू) के 4, एनसीपी के 3, टीडीपी के 2 और 6 मनोनीत सदस्यों सहित 125 सांसद हैं।
वहीं विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक के पास 88 सांसद हैं, जिनमें कांग्रेस के 27 और तृणमूल कांग्रेस के 13 सांसद शामिल हैं। अगर नवीन पटनायक की अगुआई वाली बीजेडी के सात सांसद भी इंडिया ब्लॉक के साथ आ जाते हैं, तो भी यह संख्या पर्याप्त नहीं होगी। राज्यसभा और लोकसभा…दोनों में विपक्ष का कम नंबर होना…उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। विपक्ष के लिए फिलहाल सबसे बड़ी दुविधा ये है कि वह आगे चलकर अपने राजनीतिक संदेश को कैसे आकार दे सकते हैं?…खासकर तब जब बिहार में चुनाव होने वाले हैं।
जानिए राज्यसभा में कौन सी पार्टी किसे करेगी सपोर्ट?
विधेयक का समर्थन करने वाली पार्टियां (एनडीए) – 125 वोट
बीजेपी: 98
जेडीयू: 4
एनसीपी: 3
टीडीपी: 2
जेडीएस: 1
शिव सेना: 1
आरपीआई (ए): 1
एजीपी: 1
आरएलडी: 1
यूपीपीएल: 1
आरएलएम: 1
पीएमके: 1
टीएमसी-एम: 1
एनपीपी: 1
निर्दलीय: 2
मनोनीत सदस्य: 6