JDU Manipur: नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने मणिपुर के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह को उनके पद से हटा दिया है। यह कदम उनके द्वारा मणिपुर के राज्यपाल को लिखे गए पत्र के बाद उठाया गया, जिसमें उन्होंने मणिपुर में बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान किया था।
जेडीयू ने वीरेंद्र सिंह को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने के पीछे अनुशासनहीनता का हवाला दिया है। पार्टी ने बयान में कहा, “जनता दल यूनाइटेड ने मणिपुर प्रदेश के अपने पार्टी अध्यक्ष, जिसने यह पत्र लिखा था, वीरेंद्र सिंह को अनुशासनहीनता के आरोप में पद से हटा दिया है।”
बीजेपी को समर्थन जारी रखने की घोषणा
जेडीयू ने साफ किया कि वह मणिपुर में बीजेपी सरकार को समर्थन जारी रखेगी। जेडीयू ने अपने स्टैंड को स्पष्ट करते हुए कहा, “मणिपुर के साथ-साथ बिहार और केंद्र में भी जनता दल यूनाइटेड पूरी मजबूती के साथ बीजेपी के साथ खड़ी है।”
‘हम साथ-साथ हैं’
जेडी(यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद कहते हैं, “यह भ्रामक और निराधार है। पार्टी ने इसका संज्ञान लिया है और पार्टी की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष को उनके पद से मुक्त कर दिया गया है। हमने एनडीए का समर्थन किया है और मणिपुर में एनडीए सरकार को हमारा समर्थन भविष्य में भी जारी रहेगा। मणिपुर इकाई ने केंद्रीय नेतृत्व के साथ कोई संवाद नहीं किया, उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया। उन्होंने (मणिपुर जेडीयू प्रमुख) खुद ही पत्र लिखा था। इसे अनुशासनहीनता मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है और उन्हें पद से मुक्त कर दिया गया है… हम एनडीए के साथ हैं और राज्य इकाई मणिपुर के लोगों की सेवा करती रहेगी और राज्य के विकास में योगदान देगी।”
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राज्यपाल को लिखा गया था पत्र
वीरेंद्र सिंह ने जेडीयू की ओर से मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को पत्र लिखकर बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा की थी। इस पत्र में उन्होंने बताया था कि 2022 के मणिपुर विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने छह सीटें जीती थीं, लेकिन बाद में पांच विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। वीरेंद्र सिंह ने अपने पत्र में लिखा, “इन विधायकों के खिलाफ दसवीं अनुसूची के तहत मामला स्पीकर ट्रिब्यूनल में लंबित है।”