चंडीगढ़ : केन्द्रीय सडक़, परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि केन्द्र सरकार हरियाणा में विभिन्न परियोजनाओं पर 50,000 करोड़ रुपये खर्च कर रही है ताकि राज्य में सडक़ तंत्र को सुधारा जा सके।
वे आज यहां नजदीक पंचकूला के पिंजौर में राष्ट्रीय राजमार्ग-22 से 21ए के बीच पिंजौर बाईपास परियोजना की आधारशिला रखने के पश्चात उपस्थित जन समूह को सम्बोधित कर रहे थे। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल भी उपस्थित थे।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि उनका मंत्रालय हरियाणा की सभी मांगों को लेगा और राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों की लम्बाई को दोगुणा करेगा, क्योंकि केन्द्र सरकार ने सभी इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए निर्णायक प्रक्रिया को तेजी से चलाया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री के आग्रह पर श्री गडकरी ने विभिन्न महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की, जिनमें 170 करोड़ रुपये के पंचकूला में राष्ट्रीय राजमार्ग-22 पर सैक्टर 12/12ए/21, 12ए/इन्डस्ट्रीयल एरिया/ सैक्टर 20 और सैक्टर 20 और 21 के डिवाइडिंग रोड पर इंटरसैक्टर, जींद जिला के ढाकल गांव में अंडरपास और राष्ट्रीय राजमार्ग-10, 65, 71 और 73 पर बाईपास के सुधार कार्य शामिल हैं।
पलवल जिला में आगरा चौक से दिल्ली चौक के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर एलीवेटिड फ्लाई-ओवर, राष्ट्रीय राजमार्ग-71बी पर सोहना बाईपास, करनाल के लिए ईस्टर्न बाईपास – जिसमें राज्य द्वारा भूमि के खर्च का 50 प्रतिशत वहन किया जाएगा, राष्ट्रीय राजमार्ग-10 पर बहादुरगढ़-बादली मार्ग पर तीन अंडरपास, जिसमें बालौर मोड और रोहतक चौक, पंचकूला और यमुनानगर हाईवे पर और दो अंडरपास एनएच-71 पर जिसमें दूजाना और सिलानी चौक है।
श्री गडकरी ने घोषणा की कि खांगसारा-काला अम्ब का मार्ग भी राष्ट्रीय राजमार्ग होगा और यमुनानगर से पोंटासाहिब के बीच यह चार-मार्गीय होगा। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वे दिल्ली-यमुनानगर एक्सप्रैस-वे के लिए सहयोग दे, जिससे हरियाणा, उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश और चण्डीगढ़ जुड़ेगा। इस एक्सपै्रस-वे के बनने से पर्यटन के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को कम करने के मद्देनजर केन्द्र सरकार हरियाणा में इलेक्ट्रिक टैक्सी को बढ़ावा देगी।
उन्होंने कहा कि सरकार वर्तमान 23 किलोमीटर प्रतिदिन सडक़ निर्माण कर रही है, जिसे मार्च 2018 तक 40 किलोमीटर प्रतिदिन सडक़ निर्माण की क्षमता किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मार्च, 2017 में 23 किलोमीटर प्रतिदिन सडक़ निर्माण की औसत आई है, जबकि कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान यह मात्र दो किलोमीटर प्रतिदिन थी।
श्री गडकरी ने कहा कि 12,000 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किए जा रहे ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रैस-वे का 65 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आगामी 15 अगस्त को इसे लोगोंं को समर्पित करेंगे। इस एक्सप्रैस-वे से उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखण्ड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर से आने वाला यातायात डायवर्ट हो पाएगा, जो वर्तमान में दिल्ली के अन्दर से गुजरता है। इससे जहां दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा घटेगी, वहीं दिल्ली में 50 प्रतिशत तक वाहनों का दवाब भी घटेगा। केन्द्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार मुक्त सरकार सुनिश्चित की है।
इस अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि अक्तूबर, 2014 से पहले राज्य में लगभग 1470 किलोमीटर लम्बाई के राष्ट्रीय राजमार्ग थे जो वर्ष 2017 में बढक़र 2480 किलोमीटर हो गये हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही की घोषणाओं पर चल रहे कार्यों के पूरा होने के पश्चात यह संख्या 3200 किलोमीटर हो जाएगी।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि पिंजौर बाईपास की फाइल, जो पिछली सरकार के दौरान रुकी हुई थी, को वर्तमान सरकार ने निकाल दिया है। यह कार्य दो वर्षों में 140 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क का जाल तेजी से बढ़ाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने केन्द्र सरकार द्वारा राज्य में सडक़ और रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर की बढोतरी के लिए दिए जा रहे सहयोग की प्रशंसा भी की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने 24 पुलों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है और 21 पुलों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। सरकार राज्य में आरओबी और आरयूबी का निर्माण सभी क्रॉसिंग पर करवाएगी।
इस मौके पर सांसद श्री रतन लाल कटारिया और विधायक श्रीमती लतिका शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर हरियाणा के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार, श्रम एवं रोजगार राज्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, विधायक श्री ज्ञान चन्द गुप्ता और राज्य सरकार और एनएचएआई के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।