चंडीगढ़ : इनेलो ने एसवाईएल की मांग को लेकर अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं द्वारा किए जाने वाले धरने/प्रदर्शन अब जंतर-मंतर की बजाय उपमण्डल व जिलास्तर पर करने का निर्णय लिया है और इन प्रदर्शनों के लिए पार्टी के सात प्रमुख नेताओं को अलग-अलग जिलों की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। इन धरनों में इन प्रमुख नेताओं के अलावा स्थानीय विधायक, सांसद, पूर्व विधायक व पार्टी के प्रमुख पदाधिकारी हिस्सा लेंगे और जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन देकर एसवाईएल के अधूरे निर्माण को जल्द से जल्द पूरा करवाए जाने की मांग करेंगे। यह निर्णय इनेलो राज्य कार्यकारिणी की शनिवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता इनेलो के वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला और प्रदेश अध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने की। बैठक में पार्टी के सभी विधायक, पूर्व विधायक, सांसदों, प्रदेश पदाधिकारियों, जिला, हलका व शहरी अध्यक्षों के अलावा विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजकों ने भी हिस्सा लिया।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि युवा इनेलो कार्यकर्ता 10 जुलाई को एक दिन के लिए सांकेतिक तौर पर पंजाब की ओर से अम्बाला जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हरियाणा में प्रवेश करने वाली मंत्रियों, विधायकों व सरकारी अधिकारियों की गाडिय़ों के अलावा सरकारी बसों को भी रोककर अपना विरोध जताएंगे लेकिन इस दौरान आम लोगों व मरीजों को कोई असुविधा न हो, इसका भी पूरा ख्याल रखा जाएगा। बैठक में इनेलो ने चार अलग-अलग प्रस्ताव पारित करके सरकार से बिजली-पानी का संकट दूर किए जाने, एसवाईएल के अधूरे निर्माण को जल्द पूरा करवाए जाने, जिन किसानों को एमएसपी से कम दाम पर सरसों की फसल बेचनी पड़ी उनके नुकसान की सरकार द्वारा भरपाई किए जाने और आगजनी से बर्बाद हुई फसलों के लिए किसानों को 25 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा दिए जाने की मांग करते हुए चारों प्रस्ताव बैठक में सर्वसम्मति से पारित किए गए। बैठक को सम्बोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला ने 15 मार्च को कार्यकर्ताओं पर किए गए बेवजह लाठीचार्ज और 24 अप्रैल को धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं के साथ दुव्र्यवहार व शामियाने उठाने के मामले की न्यायिक जांच करवाए जाने की मांग की। एसवाईएल पर पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा की ओर से प्रस्ताव रखा गया था। उन्होंने कहा कि अब इनेलो ने पहली मई से अलग-अलग हलकों के कार्यकर्ताओं द्वारा संबंधित उपमण्डल व जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए अभय सिंह चौटाला, अशोक अरोड़ा, दुष्यंत चौटाला, रामपाल माजरा, जसविंदर संधू, सतबीर कादियान व गोपीचंद गहलोत को अलग-अलग जिलों का प्रभारी नियुक्त किया गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने पंजाब भाजपा के अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह से मिलकर उनको एसवाईएल पर भाजपा की ओर से सहयोग और समर्थन देने की घोषणा की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इससे साफ हो गया है कि हरियाणा के हितों पर कुठाराघात पहुंचाने के लिए कांग्रेस व भाजपा आपस में मिले हुए हैं। उन्होंने कहा कि 10 जुलाई को सांकेतिक विरोध के दौरान आम लोगों व मरीजों को कोई असुविधा न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा और इनेलो कार्यकर्ता आम लोगों को रोकने पर उन्हें गुलाब का फूल भेंट करने के साथ-साथ अपना एक शिकायत पत्र भी सौंपेंंगे जिसमें कहा जाएगा कि आपको एक क्षण रोकने से भारी पीड़ा हुई है तो पंजाब ने पिछले 50 साल से हरियाणा का पानी रोक रखा है तो ऐसे में हरियाणावासियों को अब तक कितनी पीड़ा हुई होगी, सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। नलवा के विधायक रणबीर गंगवा ने एमएसपी पर सरसों की खरीद न होने पर एक प्रस्ताव रखते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से बार-बार अनुरोध किया था कि सरसों की सरकारी खरीद एमएसपी पर तुरंत शुरू की जाए लेकिन सरकार द्वारा मंडियों से खरीद न करने पर किसानों को 200 से लेकर 500 रुपए प्रति क्विंटल कम में सरसों बेचनी पड़ी। अब सरसों व्यापारियों के पास आने के बाद सरकार ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए सरकारी खरीद शुरू कर दी है। इनेलो ने सरकार के इस सौतेले व्यवहार की निंदा करते हुए किसानों को हुए आर्थिक नुकसान की सरकार से भरपाई किए जाने की मांग की।
इनेलो राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पूर्व डिप्टी स्पीकर गोपीचंद गहलोत ने प्रदेश में बिजली-पानी के संकट का उल्लेख करते हुए एक प्रस्ताव रखा और सरकार से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली उपलब्ध करवाने और लोगों के लिए पीने का पानी उपलब्ध करवाने के साथ-साथ पशुधन के लिए जोहड़ों में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने की मांग की। इनेलो ने सरकार द्वारा बारह-बारह घंटे घोषित और इसके अलावा कई-कई घण्टे अघोषित कट लगाने जाने की भी निंदा करते हुए कहा कि आज बिजली-पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। इनेलो नेता निशान सिंह द्वारा किसानों की फसलों को आगजनी से हुए नुकसान संबंधी एक प्रस्ताव रखते हुए 25 हजार रुपए प्रति एकड़ मुआवजा देने और जहां-जहां आग बुझाने के लिए अग्रिशमन विभाग की गाडिय़ां भेजी गई उनके बिलों की अदायगी भी सरकार द्वारा किए जाने की मांग की गई। इनेलो कार्यकारिणी में नक्सली हमले में हुए शहीदों के साथ-साथ सांसद विनोद खन्ना व कई अन्य इनेलो नेताओं के पारिवारिक सदस्यों व रिश्तेदारों के आकस्मिक निधन पर दुख जताते हुए दो मिनट का मौन रखकर शोक संतप्त परिवारों को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। बैठक में पार्टी संगठन को और ज्यादा मजबूत व सुदृढ़ बनाने के लिए पार्टी का सदस्यता अभियान भी चलाने का निर्णय लिया गया है।