सेना भर्ती स्कीम अग्निपथ के विरोध में विपक्ष ने सोमवार को लोकसभा से लेकर निचले सदन केंद्र की एनडीए गठबंधन सरकार को निशाने पर लिया। लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी विपक्ष केंद्र पर हमलावर रहा। राज्य सभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अग्निवीर योजना को खत्म करने की मांग की।
राहुल गांधी ने सदन में कहा कि एक ओर 6 महीने ट्रेनिंग देकर जवान को सीमा पर खड़ा कर दिया जाता है। वे अपनी जान पर खेलकर देश की सुरक्षा की जिम्मा संभालते हैं, लेकिन उन्हें शहीद का दर्ज तक नहीं दिया जाता। जबकि अन्य सैनिकों को शहीद का दर्जा मिलता है। ऐसा करके सेना के अंदर भेदभाव की भावना पैदा करने की कोशिश की जा रही है।
वहीं राज्यसभा में एलओपी मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को कहा कि केंद्र पिछले एक दशक के देश के मूल मुद्दों से सिर्फ ध्यान भटकाने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती महंगाई, रोजगार जैसे मुद्दों को पीछे ढकेलने का प्रयास लगातार किया गया, जिसका युवाओं पर विपरीत असर पड़ा है। सदन में राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए अपने संबोधन के दौरान खड़गे ने कहा, “अग्निवीर जैसी अनियोजित और ‘तुगलकी’ योजना लाकर युवाओं का मनोबल तोड़ा गया है…मैं मांग करता हूं कि अग्निवीर योजना को खत्म किया जाए।”
राज्यसभा में सदन में अपने संबोधन के दौरान खड़गे ने पीएम मोदी पर चुनाव के दौरान अपने भाषणों के माध्यम से समाज को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि मौजूदा सरकार संविधान के खिलाफ काम कर रही है। खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल नारे देने में माहिर हैं, मणिपुर पिछले एक साल से जल रहा है, लेकिन पीएम ने राज्य का दौरा नहीं किया। विपक्षी दल आम आदमी की दुर्दशा के बारे में बात करते हैं, जबकि मोदी जी केवल ‘मन की बात’ करते हैं।”
वहीं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निपथ स्कीम को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा किउन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि ये सेना की स्कीम है। सेना जानती है कि ये स्कीम सेना की नहीं, पीएम का ब्रेन चाइल्ड है। एक अग्निवीर लैंड माइन ब्लास्ट में शहीद हुआ लेकिन उसे शहीद का दर्जा नहीं मिलेगा और उसके परिवार को पेंशन नहीं मिलेगा। राहुल गांधी ने कहा कि एक ओर 6 महीने ट्रेनिंग देकर जवान को सीमा पर खड़ा कर दिया जाता है। जिसे सिर्फ 6 महीने की ट्रेनिंग की जाती है, जबकि उनके सामने सीमा पर चीन के वे जवान होते हैं, जिन्हें 5 साल ट्रेनिंग दी जाती है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि स्कीम के जरिए सेना में एक अलग भावना विकसित होने को बल मिल मिल रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी को अच्छी लगती है, तो अग्निवीर योजना का जारी रखें, लेकिन जैसी आईएनडीआईए की सरकार बनती है तो हम इसे आएगी हटा देंगे।