Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने देश के पूर्व उपप्रधानमंत्री व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी से नई दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात कर उन्हें सर्वोच्च उपाधि भारत रत्न मिलने पर बधाई दी है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने आडवाणी को हरियाणा में चलाई जा रही योजनाओं व कार्यों की जानकारी देते हुए नौ सालों की उपलब्धियों पर आधारित पुस्तक भी भेंट की। इस दौरान लालकृष्ण आडवाणी ने हरियाणा में किये जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता जताई।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न देने की घोषणा के बाद पहली बार उनसे मिलने पहुंचे थे।इस मौके पर दोनों नेताओं के बीच विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि लालकृष्ण आडवाणी हमेशा आगे बढ़ने का हौसला देते हैं। सभी को साथ लेकर आगे बढ़ते रहे हैं। उनसे मिलने में विशेष स्नेह की अनुभूति होती है। उन्हें 3 फरवरी को जब भारत रत्न देने की घोषणा हुई। हमारे लिए यह प्रसन्नता का विषय है। मैंने तभी फैसला किया था कि जब दिल्ली आना होगा तो मुलाकात जरुर करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भारत रत्न दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्र सरकार को धन्यवाद करते है। वे आडवाणी की लंबी आयु की कामना भी करते है।
उन्होंने कहा कि देश की बड़ी हस्तियों में आडवाणी के साथ-साथ प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति ने चाहे कर्पूरी ठाकुर, नरसिम्हा राव, चौधरी चरण सिंह, चाहे डॉ. स्वामीनाथन हो। हर महापुरुष की अपनी विशेषताएं हैं। देश निर्माण में उनका जो योगदान रहा है। उसको ध्यान में रखते हुए उनकी पहचान की गई और पहचान करने के बाद सम्मानित करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि एक माह में भारत सरकार ने पांच विशेष विभूतियों को भारत रत्न दिया है। यह बहुत सराहनीय कदम है।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा कि हर विभूति की अपनी विशेषता हैं। एक बात स्पष्ट रूप से ध्यान में आती है कि यह सब किसी भी व्यक्ति के देश के प्रति जो योगदान होता है। उसकी पहचान कर सम्मानित करने का विषय है। यह राजनीति से ऊपर उठकर निर्णय किए गए हैं। मैं बहुत प्रसन्न हूं और इसके लिए प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को धन्यवाद करता हूं। इससे नई पीढ़ी को भी प्रेरणा मिलती है कि अच्छा काम करने से सम्मान जरूर मिलेगा। सीएम खट्टर ने कहा कि भारत रत्न देश के प्रति संबंधित व्यक्ति के योगदान को देखकर दिया जाता है। प्रतिभा खोज में जातियां नहीं। बल्कि काम देखा जाता है। चाहे जाति कोई भी हो उल्लेखनीय कार्य के आधार पर ही चयनित किया जाता है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति की विचारधारा में कभी बंधे हों। कास्ट बेस्ड पॉलिटिक्स देश में कभी भी नहीं होनी चाहिए। यह तो हानिकारक है। जो लोग कास्ट बेस्ड पॉलिटिक्स की सोचते हैं। वे अच्छा नहीं कर सकते। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खासकर किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली कूच को लेकर सभी व्यवस्थाएं ठीक रहे। शांति बनी रहे। इस प्रकार की सारी बातें हुई है। मुख्यमंत्री ने दिल्ली दौरे को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि दिल्ली हरियाणा का लगभग केंद्र है। हरियाणा के कार्यों के लिए दिल्ली आते रहते हैं। स्वाभाविक है कि हमारे नेताओं व गणमान्य लोगों से यहां मुलाकातें होती हैं। समसामयिक विषयों पर चर्चा होती है और राजनैतिक लोगों से भी मुलाकातें होती रहती है। संसद में राम मंदिर को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी प्रस्ताव आता है तो उनकी भावना को देखकर सांसद उस पर विचार प्रकट करते हैं। यह जो प्रस्ताव आया है। जरूर इसका लाभ सबको मिलेगा। राज्यसभा के सदस्य के नामांकन को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी का पार्लियामेंट्री बोर्ड तय करता है। जो वह तय करेगा वही होगा।