Congress rejects Uddhav Thackeray demand: 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में सीटों के बंटवारे पर गुरुवार को पहली कलह उस वक्त दिखी, जब कांग्रेस ने महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की मांग को ठुकरा दिया।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के घटक दलों की बैठक हुई, जिसमें तीनों पार्टियों- शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी ने हिस्सा लिया।
बैठक में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र की 48 सीटों में से 23 की मांग रखी, जिसपर कांग्रेस ने कहा कि ये संख्या बहुत ज्यादा हैं। कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना के सामने सबसे बड़ी चुनौती तो यही है कि बड़ी संख्या में उनके नेता एकनाथ शिंदे के साथ जा चुके हैं और पार्टी के पास पर्याप्त उम्मीदवार नहीं हैं।
‘इतनी सीटों का करोगे क्या’
कांग्रेस नेताओं ने बैठक के दौरान स्पष्ट किया कि शिवसेना और एनसीपी में टूट के बाद, महाराष्ट्र के अंदर केवल कांग्रेस पार्टी ही बची है, जिसका वोट शेयर स्थिर बना हुआ है। संजय निरुपम ने कहा, ‘जीती हुई सीटों पर दावा करने से गठबंधन के नेताओं को अब बचना चाहिए। शिवसेना 23 सीटों की मांग कर सकती है, लेकिन वो इन सीटों का करेंगे क्या? उनके नेता पार्टी छोड़कर जा चुके हैं और उम्मीदवारों की कमी उनकी सबसे बड़ी समस्या है।’
वहीं, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि पार्टियों को आपस में एडजस्ट करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हर पार्टी चाहती है कि चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन में उसे ज्यादा सीटें मिलें, लेकिन मौजूदा हालात में शिवसेना की तरफ से 23 सीटों की मांग बहुत ज्यादा है। उन्हें इसपर विचार करना चाहिए। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते ही शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बताया था कि उनके साथ उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे ने इंडिया गठबंधन की बैठक से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल संग बैठक की है। हालांकि सीट शेयरिंग को लेकर उद्धव ठाकरे ने कोई जानकारी नहीं दी थी।