Retail Inflation CPI: पेट्रोल-डीजल के दामों से जूझ रही आम जनता को महंगाई ने एक और बड़ा झटका दिया है। नवंबर में तेजी से खुदरा महंगाई दर बढ़ी है, जिसका आंकड़ा 5.5 प्रतिशत पर पहुंचा गया है। सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की खुदरा महंगाई दर नवंबर में तेजी से बढ़कर 5.55 प्रतिशत हो गई।
इससे पहले खुदरा महंगाई दर अक्टूबर महीने के चार महीने के निचले स्तर 4.8 प्रतिशत पर आ गई थी, जो कि अब 5.55 फीसदी पर जा पहुंची है।
मंगलवार को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर में भारत की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा मुद्रास्फीति 5.55 प्रतिशत रही। जो कि अक्टूबर में 4.87 फीसदी दर्ज की गई थी।
अक्टूबर तक खुदरा महंगाई दर लगातार दूसरे महीने गिरकर पांच महीने के निचले स्तर पर आ गई थी। नवंबर में ग्रामीण मुद्रास्फीति 5.85 प्रतिशत थी, जबकि अक्टूबर में यह 5.12 प्रतिशत थी। नवंबर में खाद्य मुद्रास्फीति 8.70 प्रतिशत पर आ गई, जबकि अक्टूबर में यह 6.61 प्रतिशत थी। नवंबर में लगातार तीसरे महीने हेडलाइन मुद्रास्फीति भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 2-6 प्रतिशत के सहनशीलता डाटा के भीतर रही। हालांकि, अब यह लगातार 50 महीनों से 4 प्रतिशत के मध्यम अवधि के लक्ष्य से ऊपर है।
हाल की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की घोषणा में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा था कि खाद्य उत्पादन दबाव के कारण नवंबर और दिसंबर में मुद्रास्फीति के आंकड़ों में बढ़ोतरी दिख सकती है। आरबीआई की एमपीसी ने चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा मुद्रास्फीति का अनुमान 5.4 फीसदी पर बरकरार रखा था।