पंजाब में पराली की समस्या सेछुटकारा पाने के लिए सीएम भगवंत मान ने बड़ा फैसला लिया है। इस संबंध में पंजाब सरकार ने गेल इंडिया से समझौता किया है। बताया जा रहा है कि गेल इंडिया और पंजाब सरकार पराली के इस्तेमाल को लेकर एक कारगर रणनीति तैयार कर रही है।
सीएम भगवंत मान ने इस संबंध में राज्य में 10 सी.बी.जी. प्लांट स्थापित करने के लिए गेल इंडिया को सहयोग हेतु धन्यवाद दिया है।
पंजाब सरकार की तरफ से कहा गया है कि इन सी.बी.जी. प्लांटों में 1.25 लाख एकड़ फसल से निकलने वाली लगभग 5 लाख टन पराली की बतौर ईंधन के रूप में खपत होने की उम्मीद है। गेल इंडिया 600 करोड़ रुपए के निवेश के साथ पंजाब में 10 सी.बी.जी. प्लांट लगाए जा रहे हैं।
सीएम भगवंत मान का कहना है कि किसानों के पराली जलाने से रोकने की दिशा में यह एक ठोस कदम है। पंजाब ऊर्जा विकास एजेंसी यानि पेडा ने नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री अमन अरोड़ा के नेतृत्व में गेल (इंडिया) लिमिटेड के साथ समझौता किया है। इससे नवीकरण ऊर्जा के अन्य प्रोजेक्टों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
बताया गया है कि पेडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. अमरपाल सिंह और गेल इंडिया के कार्यकारी डायरेक्टर आर.के. सिंघल ने नवीन और नवीनकरणीय ऊर्जा स्रोत विभाग के सचिव डा. रवि भगत की मौजूदगी में इस मसौदे पर हस्ताक्षर किये हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे पंजाब को प्रतिवर्ष 5 लाख टन पराली का निपटारा करने और इससे साफ-स्वच्छ ऊर्जा पैदा करने में सहायता मिलेगी।