शुक्रवार को पटना विधानसभा खुलते ही हंगामा शुरू हो गया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और भाजपा नेता विधानसभा के सामने सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ये लोग नीतीश कुमार को पद से इस्तीफा देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बता दें कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा को संबोधित करते हुए महिलाओं को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद देश की राजनीति गरमा गई थी और उनके बयान का कई नेताओं और हस्तियों ने कड़ी आलोचना की। हालांकि उन्होंने उसके अगले दिन सीएम ने सदन में माफी मांगी थी। इस मामले विपक्षी पार्टियां लगातार नीतीश पर हमला बोल रही है। इसी कड़ी में पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और भाजपा नेता इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
VIDEO | Former Bihar CM Jitan Ram Manjhi and BJP leaders stage a protest at the Bihar Assembly premises against CM Nitish Kumar, demanding his resignation. pic.twitter.com/p7N1LE1zrV
— Press Trust of India (@PTI_News) November 10, 2023
आरजेडी और एनडीए विधायकों में छिड़ा लड्डू वार
इस बीच, बिहार विधानसभा में गुरुवार को जातिगत आरक्षण को 65 प्रतिशत तक बढ़ाने का विधेयक पास होने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने एनडीए विधायकों को ‘लड्डू’ (मिठाई) खिलाई थी। लेकिन एनडीए विधायकों ने पटना में विरोध प्रदर्शन के दौरान जमकर मिठाइयां फेंकीं।
दलित होने के नाते नीतीश कुमार ने किया अपमान
इससे पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरक्षण संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान अपना आपा खो दिए और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी पर जमकर हमला बोला था। बता दें कि मांझी जब बिल पर अपनी बात रख रहे थे तो नीतीश अपनी कुर्सी से खड़े हो गए। उन्होंने तू-तड़ाक करते हुए कहा कि मांझी को मुख्यमंत्री बनाना उनकी मूर्खता थी। इसके बाद मांझी ने आरोप लगाए कि वे दलित हैं इसलिए नीतीश कुमार ने उनका अपमान किया। बीजेपी ने भी इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है।
#WATCH | NDA MLAs protest against Bihar CM Nitish Kumar over his derogatory statement in State Assembly, Patna pic.twitter.com/sB6mvJmNQ3
— ANI (@ANI) November 10, 2023
मांझी ने किया पलटवार
इसके बाद जीतनराम मांझी ने पलटवार करते हुए कहा, “नीतीश कुमार अगर आपको लगता है कि आपने मुझे मुख्यमंत्री बनाया यह आपकी भूल है। जब जदयू विधायकों ने लतियाना शुरू किया तो उसके डर से आप कुर्सी छोडकर भाग गए थे। अपनी नामर्दी छुपाने के लिए एक दलित पर ही वार कर सकतें है,औकात है तो ललन सिंह के खिलाफ बोलकर दिखाईए जो आपका ऑपरेशन कर रहें थें।”