चंडीगढ़ ब्रेकिंग
आम आदमी पार्टी हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा की प्रैस वार्ता
प्रदूषण के मुद्दे पर कहा कि हरियाणा कि खट्टर सरकार प्रदूषण के मुद्दे पर आंखें बंद करके बैठी है।
लेकिन हरियाणा सरकार पराली और प्रदूषण के मुद्दे पर नाकाम रही है।
हरियाणा में कई गांव ऐसे सामने आए जो पिछले साल ग्रीन जोन में थे लेकिन इस बार वहां पराली जलाई गई।
फतेहबाद, सिरसा समेत कई जिलों में ऐसे गांव हैं।
जहां के किसानों पराली जलानी छोड दी थी लेकिन सरकार की अनदेखी की वजह से किसानों को मजबूरी में पराली जलानी पड़ी। क्योंकि सरकार ने उनकी कोई सहायता नहीं दी।
इस बार बजट में सब्सिडी का प्रावधान नहीं रखा गया।
सरकार ने बायो डिकंपोजर का इस्तेमाल करने की बात की गई।लेकिन एक भी किसान को यह नहीं दिया गया।
जब पराली जल चुकी होगी फिर सरकार किसको से डिकंपोजर देगी।
सरकार भूवन सैटेलाइट का डाटा दिखाती है।
किसानों को कहा जा रहा है कि वे दोपहर तीन बजे तक पराली न जलाए। क्योंकी भूवन सैटेलाइट की तस्वीरें दोपहर तीन बजे तक तस्वीरें ली जाती है। तीन बजे के बाद किसानों को रोका नहीं जाता।
हरियाणा में रात को पराली जलाने के मामले दिखाई दे रहे हैं।
हरियाणा सरकार टाइम मैनेजमेंट करके साजिश कर रही है।, सरकार के आंकडे झूठे हैं।
हरियाणा सरकार का ग्रीन कलर करीब 3 प्रतिशत है जबकि दिल्ली का ग्रीन कवर करीब 23 प्रतिशत है।
सरकार ने करोड़ों पेड़ लगाने का दावा किया था। लेकिन हरियाणा के ग्रीन कवर पर कोई फर्क नहीं पड़ा। तो वो पेड़ कहां गए।
पंजाब में पराली जलाने के मामले पिछले साल के मुकाबले 50 प्रतिशत से ज्यादा कम हुए।