Indian Navy Soldier Murder Case : दिल्ली पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर भारतीय नौसेना के ऐसे पूर्व सैनिक को गिरफ्तार किया है। जिसकी कागजों मौत हो चुकी है। उसकी मौत का जीवन बीमा लिया जा चुका है। पत्नी विधवा बनकर पेंशन ले रही है। जिसने अपने दोस्त की हत्या की और फिर उस हत्या की सजा से बचने के लिए दो मजदूरों को राजस्थान में जिंदा जला खुद को मृतक साबित कर दिया। दिल्ली पुलिस की फाइल में 19 साल से फरार इस नौसैनिक का नाम बालेश कुमार है। दिल्ली पुलिस ने इस नौ सैनिक की गिरफ्तारी के बाद बालेश के इकबालिया जुर्म का चिटठा पेश किया है। बड़ी बात यह है कि वारदात के बाद भी बालेश दिल्ली से चंद किलोमीटर दूर ही रह रहा था। यहीं से अमन के नाम से प्रापर्टी डीलिंग का काम कर रहा था।
दोस्त की पत्नी से अवैध संबंध को लेकर की हत्या
पूर्व नौ सैनिक बालेश हरियाणा का रहने वाला है। 1981 में यह भारतीय नौ सेना में भर्ती हुआ और फिर 1991 तक यहां सेवाएं दी। नौ सेना से सेवानिवृत होने के बाद इसने अपनी खुद की एक ट्रांसपोर्ट कंपनी खोल ली। पूरे परिवार के साथ दिल्ली के उत्तम नगर आ गया। बालेश पर 2000 में भारतीय नौ सेना के मेस में चोरी करने का मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद 2004 में अपने दोस्त की हत्या का आरोपी बना। दिल्ली पुलिस को अपने इकाबलिया बयान में बालेश ने बताया कि 2004 में वह समयपुर बादली में वह अपने भाई सुंदरलाल और मित्र राजेश के साथ शराब पी रहा था। इसी समय राजेश की पत्नी के साथ कथित अवैध संबंध को लेकर बालेश का राजेश से झगड़ा हो गया। इसके बाद दोनों भाईयों ने राजेश की हत्या कर दी। इस मामले में बालेश का भाई सुंदरलाल गिरफ्तार हुआ।
राजस्थान में जलाया ट्रक, साबित किया की खुद की मौेत
कानूनी सजा से बचने के लिए बालेश ने खुद को मृत घोषित करने की साजिश रची। 2004 में उसने 2 मजदूरों को काम पर रखा और उन्हें अपने भाई के ट्रक से जोधपुर ले गया। 1 मई को उसने मजदूरों को शराब पिलाकर ट्रक में आग लगा दी। पुलिस को भ्रमित करने के लिए अपने दस्तावेज ट्रक में ही छोड़ दिए। राजस्थान पुलिस ने शव की पहचान बालेश के तौर पर की। इस साजिश में बालेश की पत्नी ने पूरा साथ दिया। पत्नी ने विधवा पेंशन ली, जीवन बीमा की राशि ली, ट्रक बीमा की भी राशि ली। अब पुलिस बालेश की पत्नी को तलाश रही है और मजदूरों के परिवार के बारे में जानकारी जुटा रही है। जिन्हें ट्रक में जला दिया गया था।