गौतम अडानी और उनकी कंपनी को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने फिर से मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि अडानी जी इंडोनेशिया से कोयला खरीदते हैं और जब वो कोयला हिंदुस्तान पहुंचता है तो उसका दाम बढ़ जाता है। इस तरह से अडानी जी ने करीब 12 हजार करोड़ रुपये सीधे हिंदुस्तान के नागरिकों की जेब से निकाला है।
राहुल ने आगे कहा कि अडानी ने कोयले के दाम को बढ़ाया, जिससे बिजली महंगी हो गई। हिंदुस्तान के नागरिकों को ये समझना है कि आपका बिजली का बिल जो बढ़ रहा है, उससे 12 हजार करोड़ रुपये सीधे अडानी की जेब में गए हैं। रोचक बात है कि ये स्टोरी आती है, लेकिन हिंदुस्तान की मीडिया एक सवाल नहीं पूछती।
उन्होंने कहा कि पहले हमने 20 हजार करोड़ की बात की थी और सवाल पूछा था कि पैसा किसका है और कहां से आया है। अब पता चलता है कि 20 हजार करोड़ का आंकड़ा गलत था, उसमें 12 हजार करोड़ जुड़ गए हैं और कुल आंकड़ा 32 हजार करोड़ हो गया है।
वहीं गौतम अडानी ने INDIA गठबंधन में शामिल एनसीपी चीफ शरद पवार से मुलाकात की थी। जिस पर कांग्रेस ने कुछ नहीं कहा था। राहुल गांधी से भी इसको लेकर सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि मैंने शरद पवार से ये सवाल नहीं पूछा क्योंकि वे प्रधानमंत्री नहीं हैं। शरद पवार अडानी को नहीं बचा रहे हैं, PM मोदी बचा रहे हैं इसीलिए मैंने उनसे ये सवाल पूछा। अगर शरद पवार प्रधानमंत्री होते और अडानी को बचाते, तो मैं शरद पवार से यह सवाल पूछ रहा होता।
अडानी को मिला ‘ब्लैंक चेक’: राहुल
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि हिंदुस्तान में अडानी जी को ‘ब्लैंक चेक’ दिया गया है। देश में अडानी कुछ भी कर सकते हैं, चाहे- इलेक्ट्रिसिटी हो, पोर्ट हो, पॉवर हो। अडानी पर कोई जांच नहीं होगी। मैं सिर्फ एक सवाल पूछ रहा हूं- PM मोदी, अडानी मामले की जांच क्यों नहीं करवा रहे हैं? हिन्दुस्तान के लोग जानते हैं कि अडानी जी भ्रष्टाचार कर रहे हैं और PM मोदी उनकी मदद कर रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी से कह रहा हूं कि आप सफाई दे दीजिए और जांच करवाइए, लेकिन वह सफाई देने को तैयार नहीं हैं।