पंचकूला : उपायुक्त श्री विवेक आत्रेय की पहल पर सेक्टर-12 ए में स्थित सामुदायिक केन्द्र में आज सेना के भूतपूर्व सैनिकों एवं अधिकारियों के साथ रू-ब-रू कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर भूतपूर्व सैनिकों एवं अधिकारियों ने उपायुक्त के इस रू-ब-रू कार्यक्रम आयोजित करने की दिशा में की गई पहल का भव्य स्वागत किया और उपायुक्त का विशेषतौर पर आभार प्रकट करते हुए कहा कि प्रशासन का यह अच्छा प्रयास है। इससे पूर्व प्रशासन की ओर से कभी भी इस प्रकार का रू-ब-रू कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पंचकूला अन्य जिलों से अलग है और चंडीगढ़ के नजदीक होने के साथ-साथ हरियाणा की मिनी राजधानी है। उन्होंने कहा कि यहां पर हरियाणा के अधिकतर विभाग कार्यरत् है जिनमें विशेषकर शिक्षा, परिवहन, जनस्वास्थ्य, सहकारिता, पशु-पालन, सिंचाई विभाग, हफैड व अन्य सभी राज्य स्तरीय कार्यालय है। उन्होंने कहा कि यह राज्यभर के प्रदर्शन एवं अन्य गतिविधियों का केन्द्र भी बना हुआ है।
उपायुक्त ने कहा कि पंचकूला भोगौलिक दृष्टि से भी रहने के लिए अति उत्तम है, यहा पर 128 पंचायतें और 537 गांव है। उन्होंने कहा कि इस रू-ब-रू कार्यक्रम का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य आप लोगों से सुझाव एवं विचार-विमर्श करना है ताकि जिला प्रशासन अपने प्रोजैक्टों को लागू करने में आपके अनुभवों से बेहतर सुझावों को शामिल कर सके।
उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जिले में आदर-सम्मान प्रोजैक्ट लागू किया हुआ है जिसके तहत बुजुर्गो को एहसास कराना है कि उनका सरकारी कार्यालयों में पूरे सम्मान के साथ कार्य प्राथमिकता के आधार पर होता है। उन्होंने कहा कि आदर सम्मान के तहत सामान्य अस्पताल सैक्टर-6 व बैंकों में बुजुर्गो के बैठने के लिए डेक्सों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं अपने कार्यालय में सबसे पहले बुजुर्गो को बुलाकर उनकी समस्याएं प्राथमिकता के आधार पर सुनते है।
इसके साथ-साथ ई-दिशा केन्द्र में बुजुर्गो एवं सेना के लोगों के लिए शनिवार का दिन अलग से निर्धारित किया गया है, जिसमें उनका ड्राईविंग लाईसैंस व आर०सी० और अन्य कार्य किये जाते है। उन्होंने कहा कि आदर-सम्मान परियोजना के तहत सेक्टर-15 में स्थित रैड क्रॉस कार्यालय में बुजुर्गो के लिए कंप्यूटर सीखने के लिए केन्द्र खोला गया है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रोद्यौगिकी का ज़माना है और हम सबको इसके साथ जुडक़र ही आगे बढऩा होगा अन्यथा पीछे रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग जब टी०वी० को रिमोट से ऑन ऑफ करने के साथ साथ आवाज बढ़ा व घटा सकते है तो कंप्यूटर सिखना भी उनके लिए उतना ही आसान है।
उन्होंने कहा कि बुजुर्गो को कानूनी सलाह देने के साथ-साथ वितीय काउंसलिंग भी दी जा रही है ताकि उनके साथ निजी संपत्ति व वितीय क्षेत्र में किसी प्रकार का धोखा न हो सके। उन्होंने स्मार्ट सिटी की दिशा में बोलते हुए कहा कि कोई भी शहर बेहतर मूलभूत सुविधाएं एवं सुन्दरता से स्मार्ट सिटी नहीं बनता अपितु स्मार्ट सिटी के लिए अच्छे नागरिकों का होना भी बहुत जरूरी है। पंचकूला ऐसा शहर है जहां पर सेवानिवृत इंजीनियर, आई०एस० ऑफिसर, सेना के अधिकारी, नेशनल हाई-वे के अधिकारी व अन्य उच्च पदों पर सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्र में काम कर चुके लोग रहते है। प्रशासन द्वारा इस दिशा में पैनल बनाया जा रहा है ताकि प्रशासन द्वारा लागू की जाने वाली विभिन्न परियोजनाओं में संबंधित लोगों से मदद ली जा सके।
उन्होंने उपस्थित सेना के अधिकारी व कर्मचारियों को परामर्श देते हुए कहा कि चंडीगढ़ में जब रैड लाईट क्रॉस की जाती है तो उस पर तुरन्त कार्रवाई होती है तो यह कार्रवाही यहां पर भी होनी चाहिए। वहां पर ज्यादातर यातायात के नियमों का पालन दृढ़ता से हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब चंडीगढ़ से पंचकूला सीमा पर आते है तो युवा अपना हैल्मैट उतार लेते है जो कि एक गलत धारणा है। उन्होंने कहा कि प्राय देखने में आया है कि माता-पिता अपने बच्चों के साथ जब जाते है तो वे कई बार रैड लाईट क्रॉस करते है जिसका बच्चों पर भी कुप्रभाव पड़ता है। इसलिए वे अपने बच्चों को भी ऐसे संस्कार दे जिससे वे कानून का बेहतर ढंग से पालन करना सीख सके।
उपायुक्त ने कहा कि सेक्टर-2 में स्थित सिंग नाले का सौन्दर्यकरण किया जाएगा और इस दिशा में इस वर्ष कार्य आरम्भ किया जाएगा। उन्होंने आवारा कुत्तों, बन्दरों व पशुओं की समस्याओं से निजात दिलाने की दिशा में भी की जा रही कार्रवाई के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि शहर की 40 प्रतिशत सडक़ों का कार्य पूर्ण हो गया है और शेष का कार्य प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने शहर की साफ-सफाई में भी उनके सुझाव मांगे।
इस मौके पर डॉ० कालिया, पूर्व ब्रिगेडियर सुरजीत सिंह व अन्य अधिकारियों ने अपने-अपने सैक्टरों की समस्याओं के बारे में उपायुक्त को अवगत करवाया और अपने सुझाव भी दिये। कई अधिकारियों ने बताया कि लोग अपनी गाडिय़ों को धोते है और वहीं पानी सडक़ पर इक्ट्ठा हो जाता है जिससे सडक़ का नुकसान तो होता है ही और आने-जाने में भी असुविधा होती है। उन्होंने सुझाव दिया कि जिस घर के सामने पानी खड़ा होगा उसका चलान कर नगर-निगम जुर्माना लगाए। सेक्टर-2 में टॉवर व हाई टैंशन वायर व अपनी मंडियों में पॉलिथीन पर अंकुश लगाने व प्राथमिकता के आधार पर साफ-सफाई करने की दिशा में भी उपायुक्त को सुझाव दिये। उपायुक्त ने कहा कि वे अपने सुझाव लिखित रूप में या ई-मेल के माध्यम से भेज सकते है। उन्होंने कहा कि यदि खेल गतिविधियों की दिशा में कोई भी सुझाव वे देंगे तो वे उनकी हर संभव सहायता प्राथमिकता के आधार पर करेंगे।