ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा है कि अगर रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन अगले साल रियो डी जनेरियो में ग्रुप 20 की बैठक में भाग लेते हैं तो उन्हें ब्राजील में गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।
आपको बता दें कि ब्राजील की राजधानी रियो में अगले साल G20 का आयोजन होगा। लूला ने कहा कि वो अगले साल ब्राजील में होने वाली जी-20 समिट के लिए रूस के राष्ट्रपति पुतिन को आमंत्रित करेंगे।
लूला ने शनिवार को दिल्ली में जी20 बैठक से इतर फर्स्टपोस्ट न्यूज शो में बात करते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं रियो बैठक से पहले रूस में होने वाली विकासशील देशों के ब्रिक्स समूह की बैठक में भाग लेने की योजना बनाई है।
लूला ने कहा, ”मेरा मानना है कि पुतिन आसानी से ब्राजील जा सकते हैं। मैं आपसे जो कह सकता हूं, वह यह है कि अगर मैं ब्राजील का राष्ट्रपति हूं और वह ब्राजील आते हैं, तो उन्हें गिरफ्तार किए जाने का कोई रास्ता नहीं है।”
यह बयान अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आईसीसी) द्वारा मार्च में पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने के बाद आया है, जिसमें उन पर यूक्रेन से सैकड़ों बच्चों को अवैध रूप से निर्वासित करने के युद्ध अपराध का आरोप लगाया गया था।
हालांकि रूस ने जंग में किसी भी तरह के आरोपों से इंकार किया है। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट बनाने वाले देशों में ब्राजील भी शामिल है। ऐसे में ब्राजीली राष्ट्रपति का ये दावा हैरान करने वाला है। हालांकि इससे पहले यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से ही पुतिन लगतार अंतरराष्ट्रीय समारोहों में शामिल होने से कतराते रहे हैं। उनकी जगह पर रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव कई अंतरराष्ट्रीय समारोहों में हिस्सा लेते रहे हैं। लावरोव, भारत में भी जी20 कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए हुए हैं। पुतिन ने 2019 में आखिरी बार जापान में हुई G20 समिट में शामिल हुए थे। इसके बाद 2020 में रियाद और 2021 में रोम में हुई समिट में वे पुतिन वर्चुअली शामिल हुए थे। ऐसा कहा गया कि वे भारत में यूक्रेन युद्ध पर चर्चा से बचने के लिए भी इस समिट में शामिल नहीं हुए।