राजधानी दिल्ली में जी20 समिट शुरू हो गई है, जिसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहुंचे हैं। चीन ने इस बैठक से सीधे तौर पर किनारा कर लिया, जिस वजह से वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दिल्ली नहीं आए। इस पूरे मामले पर जी20 शेरपा अमिताभ कांत का बयान सामने आया है।
जी20 के मुद्दों पर शेरपा अमिताभ कांत ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उनसे चीनी राष्ट्रपति के नहीं आने को लेकर सवाल पूछा गया। जिस पर कांत ने कहा कि चीन एक बहुपक्षीय खिलाड़ी है। बहुपक्षीय चर्चाओं में मुद्दे द्विपक्षीय मुद्दों से बहुत अलग होते हैं। चीनी विकास के मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण से चर्चा करते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि किसी भी बहुपक्षीय चर्चा के बारे में चुनौती ये है कि आपको हर मुद्दे पर आम सहमति बनानी होगी, हर देश के पास वीटो शक्ति है। हम हर एक देश के साथ काम करने और उन्हें अपने साथ लाने में सक्षम हैं।
वहीं जिनपिंग इस बैठक में नहीं आए, ऐसे में चीन के प्रतिनिधि के तौर पर चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग इसमें हिस्सा लेंगे। वहीं यूक्रेन के साथ युद्ध और अमेरिका के साथ तनातनी के चलते रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी आने का प्लान कैंसिल कर दिया था। उनकी जगह पर रूस के विदेश मंत्री आए हैं।
अफ्रीफी संघ पर क्या बोले शेरपा?
जी20 में अफ्रीकी संघ को शामिल करने पर अमिताभ कांत ने कहा कि प्रधानमंत्री जो ग्लोबल साउथ में बहुत विश्वास रखते हैं, उन्होंने सभी नेताओं को लिखा था और बहुत सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। औपचारिक रूप से ये शिखर सम्मेलन से पहले आएगा।
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में 29 विशेष आमंत्रित देशों और 11 अंतराष्ट्रीय संस्थाओं ने हिस्सा लिया है। हमने इस अवसर का उपयोग करते हुए बैठकों को भारत के 60 शहरों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित की। जब G20 दूसरे देशों में आयोजित हुआ, तो वो देश के अधिकतम 2 शहरों में आयोजित होता था, लेकिन भारत ने इसे 60 शहरों में आयोजित किया।