Manipur Shameful Videoमणिपुर में महिलाओं को बिना कपड़ों के घुमाने और यौन उत्पीड़न के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, केंद्र सरकार ने लोगों से वीडियो न शेयर करने की अपील की है।
मामला चार मई को बताया जा रहा है, जिसका वीडियो बुधवार को सामने आया।
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, केंद्र ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को एक आदेश जारी कर बुधवार को इंटरनेट पर सामने आए दो महिलाओं को नग्न घुमाने का वीडियो साझा नहीं करने का निर्देश दिया है। सरकार ने अपने निर्देशों में कहा कि भारतीय कानूनों का पालन करना अनिवार्य है और मामले की जांच चल रही है। ऐसा करने पर केंद्र सरकार खिलाफ एक्शन ले सकती है।
दो महीने पुराना बताया जा रहा है वायरल वीडियो
मणिपुर में तीन महिलाओं को सड़कों पर बिना कपड़ों के घुमाने का वीडियो सामने आया है। हालांकि वीडियो दो महीने पुराना बताया जा रहा है, लेकिन बुधवार को वीडियो के सामने आने के बाद पहाड़ी राज्य में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। कहा जा रहा है कि महिलाओं के बिना कपड़ों के सड़कों पर परेड कराने का वीडियो हिंसा भड़कने के एक दिन बाद यानी चार मई का है। घटना कांगपोकपी जिले की बताई जा रही है।
मामले में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि तीन महिलाओं को भीड़ के सामने निर्वस्त्र कर दिया गया। तीनों महिलाएं पांच लोगों के एक समूह का हिस्सा थीं, जिनका एक दिन पहले हुई हिंसा के बाद भीड़ ने अपहरण कर लिया था। कहा जा रहा है कि भीड़ ने कथित तौर पर महिलाओं में से एक के साथ सामूहिक बलात्कार किया और जब उसके भाई ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की तो उसकी हत्या कर दी गई।
मुख्यमंत्री बोले- घटना मानवता के खिलाफ अपराध
मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने घटना की आलोचना की और इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने वीडियो का स्वत: संज्ञान लिया है और जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने पुलिस से अपराधियों को गिरफ्तार करने को कहा और अगर पुलिस अधिकारी त्वरित कार्रवाई करने में लापरवाही बरतते पाए गए तो उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।
मणिपुर में महिलाओं को बिना कपड़ों के घूमाने का पुराना वीडियो आया सामने
मामले में अब तक क्या हुई कार्रवाई?
अधिकारियों के मुताबिक, मणिपुरी महिला वीडियो मामले के मुख्य आरोपियों में से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। खुइरम हेरादास के रूप में पहचाने गए आरोपी को गुरुवार सुबह थौबल जिले में गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में आरोपी हरे रंग की शर्ट पहने नजर आ रहा है। वीडियो से उसकी पहचान की गई है।
पुलिस में दर्ज शिकायत में कांगपोकपी जिले में घटना की तारीख 4 मई बताई गई है। हालांकि, एफआईआर 21 जून को थौबल जिले में दर्ज की गई थी। अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण, सामूहिक बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
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विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की ये मांग
वीडियो की हर तरफ से व्यापक निंदा हो रही है। विपक्षने मांग की है कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को बिना किसी देरी के मणिपुर भेजा जाना चाहिए। कांग्रेस मणिपुर की स्थिति पर संसद में चर्चा की मांग कर रही है।
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि मैंने कल भी इस बारे में बात की थी। वे (विपक्ष) नहीं चाहते कि सदन चले, इसलिए वे पहले से ही कैविएट ला रहे हैं। उन्होंने चर्चा (मणिपुर विषय पर) की मांग की और जब हमने इसके लिए हां कह दिया तो वे नए-नए बहाने ढूंढ रहे हैं, यह ठीक नहीं है।
केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि कल (बुधवार) ऑल पार्टी मीटिंग हुई थी। उस बैठक में उनकी(विपक्ष) मांग मणिपुर पर चर्चा की आई थी। बैठक की अध्यक्षता कर रहे राजनाथ सिंह ने कहा की चर्चा के लिए सरकार तैयार है। स्पीकर और राज्यसभा के अध्यक्ष चर्चा के लिए समय और तारीख तय करें।