Indian Navy INS: एक ईरानी मछली पकड़ने वाले जहाज का सोमालियन समुद्री डाकुओं द्वारा अपहरण कर लिया गया था जिसे भारतीय नौसेना ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा अरब सागर में कोच्चि से 700 समुद्री मील पश्चिम में अपहृत इस जहाज को बचाने के लिए पहुंचा था।
इससे पहले भारतीय रक्षा अधिकारियों ने सोमवार दोपहर को कहा था कि भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा अरब सागर में कोच्चि से 700 समुद्री मील पश्चिम में सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा अपहृत मछुआरों को बचा रहा है।
ताजा जानकारी के मुताबिक भारतीय नौसेना ने सारी स्थिति संभाल ली है और जहाज को अपने नियंत्रण में ले लिया है। भारतीय नौसेना के जवानों ने समुद्री लुटेरों को निहत्था कर दिया गया है और उन्हें सोमालिया की ओर बढ़ने को कह दिया है। एएनआई की जानकारी के मुताबिक अब आईएनएस सुमित्रा खतरे के इलाके से बाहर निकल गई है। भारतीय रक्षा अधिकारी ने बताया कि युद्धपोत पर मौजूद एएलएच ध्रुव हेलिकॉप्टरों ने अपहृत जहाज को घेर लिया था ताकि उस पर मौजूद समुद्री डाकुओं को चेतावनी दी जा सके।
भारतीय अधिकारी ने एजेंसी से कहा कि जैसे ही ईरानी फिशिंग वेसल ईमान से खतरे का अलार्म बजा, डिस्ट्रेस कॉल आई, आईएनएस सुमित्रा ने तुरंत रिस्पांस दिया और तेजी से उसकी तरफ स्पीड बढ़ाई। उन्होंने कहा कि ईरानी बोट पर सोमिलियाई समुद्री लुटेरों ने कब्जा जमा लिया था और क्रू मेंबर्स को बंधक बना लिया था। आईएनएस सुमित्रा ने एमवी ईमान को इंटरसेप्ट किया और सारे एसओपी पूरे करते हुए बंधकों को मुक्त कराया। साथ ही मछली पकड़ने वाले जहाज MV Iman को भी लुटेरों से मुक्त कराया। आपको बता दें कि आईएनएस सुमित्रा भारतीय नौसेना के सरयू क्लास पेट्रोल वेसल का जंगी जहाज है। इसे गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने 2010 में बनाया था। यह भारत के राष्ट्रपति का प्रेसिडेंशियल याट (Presidential Yacht) भी है। 2200 टन का यह जंगी जहाज साल जुलाई 2014 से भारतीय नौसेना की सेवा कर रहा है। सबसे पहले इस जंगी जहाज ने मार्च 2015 में यमन में फंसे 350 भारतीय नागरिकों को अदन के यमनी बंदरगाह से लाल सागर के पार जिबूती तक निकालकर बचाया था।