नई दिल्ली : नेशनल सेंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट है कि भारत के 84 फीसदी लोग मोबाइल फोन इस्तेमाल करते हैं. जबकि लॉंड्री और ड्राइक्लीन जैसी मामूली सुविधाओं में भारी फर्क है.
शहरों के 29 फीसदी लोग लॉड्री और ड्राइक्लीन सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. जबकि गावों के मात्र 89 फीसदी लोग आज भी अपने हाथ से कपडे धोते और प्रेस करवाते हैं. इसी तरह खाना कुक, मेड और माली रखने वाले शहरियों की संख्या 15 फीसदी और गांवों की सिर्फ एक फीसदी है.