Varanasi News: पूरे साल में एक दिन चैत्र नवरात्र के चौथे दिन वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर के पश्चिम दिशा स्थित श्रृंगार गौरी का दर्शन करने की अनुमति मिलती है. इसी क्रम में चैत्र नवरात्र के चौथे दिन 2 अप्रैल को सुबह भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचे. इस दौरान ज्ञानवापी मामले के पक्षकार और अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सहित काशी के अलग-अलग बुद्धिजीवी वर्ग भी दर्शन करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान परिसर में श्रद्धालुओं की तरफ से नारेबाजी भी की गई .
भारी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
2 अप्रैल को सुबह काशी विश्वनाथ परिसर के श्रृंगार गौरी दर्शन करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे थे. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट 4 – B से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया गया. इस दौरान लोगों ने हर हर महादेव का जय घोष किया . ज्ञानवापी मामले के पक्षकार, काशी के बुद्धिजीवी वर्ग सहित भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने विधि विधान से श्रृंगार गौरी का पूजन किया. हालांकि इस दौरान हैरान करने वाली तस्वीर यह थी कि श्रृंगार गौरी के दर्शन करने के लिए बीते वर्षों में इतनी भारी भीड़ कभी नहीं देखी गई. लोगों द्वारा ज्ञानवापी परिसर के पास नारेबाजी भी की जा रही थी . दर्शन करने के बाद श्रद्धालु डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्रा ने कहा कि – भाव विभोर करने वाला यह पल रहा हैं. पूरे साल में नवरात्रि के दौरान हमें श्रृंगार गौरी का दर्शन करने का अवसर मिलता है. मंदिर प्रशासन का हम आभार व्यक्त करते हैं.
नियमित दर्शन के लिए पांच महिलाओं ने दाखिल किया था वाद
लगभग 3 दशक पहले श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन पर रोक लगा दी गई थी. 2021 में पांच महिला वादिनी की तरफ से श्रृंगार गौरी के नियमित दर्शन की मांग को लेकर एक वाद दाखिल किया गया था जो मामला न्यायालय में अभी भी विचाराधीन है. 2 अप्रैल को श्रृंगार गौरी के दर्शन के दौरान इस मामले के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन भी पहुंचे थे.