कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आखिरकार बंगला खाली कर दिया है। सूरत की एक कोर्ट ने 23 मार्च को मानहानि मामले में दोषी ठहराया था। जिसके बाद उन्हें सांसद के रूप में अयोग्य पाया गया।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आखिरकार नई दिल्ली स्थित सरकारी आवास 12 तुगलक लेन शनिवार को खाली कर दिया। आधिकारिक बंगला खाली करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। भारत के लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जिन्होंने मुझे 19 साल तक यह घर दिया। कुछ समय के लिए 10, जनपथ (सोनिया गांधी का आवास) पर रहूंगा, मुद्दे उठाता रहूंगा।
दरअसल, मानहानि के एक मामले में सूरत की एक अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए सांसद के रूप में अयोग्य घोषित किया था। सांसद के रूप में अयोग्य घोषित होने के बाद खाली करना पडा है। बंगले को लोकसभा सचिवालय के हवाले कर दिया है। बीते 14 अप्रैल को ही राहुल गांधी ने घर का कुछ सामान अपनी मां सोनिया गांधी के आवास पर शिफ्ट कर दिया था।
खास बात यह रही कि राहुल गांधी के बंगला के चाबी लोकसभा सचिवालय को सौंपते वक्त कांग्रेस महासचिव व बहन प्रियंका गांधी और मां सोनिया गांधी मौजूद रहीं। प्रियंका ने कहा कि भाई ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई, इसलिए यह सब उनके साथ हो रहा है। वो बहुत ही बहादुर है, मैं भाई के साथ हूं।
मालूम हो कि 2019 लोकसभा चुनाव में वायनाड से लोकसभा चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे राहुल गांधी को सूरत की एक कोर्ट ने 23 मार्च को मानहानि मामले में दोषी ठहराया। जिसके बाद उन्हें दो साल की सजा सुनाई गई थी। जिसके चलते उन्हें सांसद के रूप में अयोग्य पाया गया। ऐसे में लोकसभा सचिवालय द्वारा राहुल गांधी को 22 अप्रैल तक आधिकारिक बंगला खाली करने का नोटिस भेजा गया था।