चंडीगढ़ : हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा में सडक़ निर्माण के लिए पहली बार ग्रीन टैक्नोलोजी का प्रयोग करने का निर्णय लिया है तथा इसका प्रयोग हांसी से सुल्तानपुर तक किया जा रहा है। इस वर्ष गुडग़ांव, फरीदाबाद, रेवाड़ी तथा करनाल में भी ग्रीन टैक्नोलोजी आधारित सडक़ों का निर्माण करने का प्रस्ताव है।
हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह बुधवार को चंडीगढ़ के सैक्टर 33 के निर्माण सदन में राज्य के लोक निर्माण विभाग के सर्कल अधीक्षक अभियंताओं की बुलाई गई समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने उपरांत पत्रकार सम्मेलन को सम्बोंधित कर रहे थे। उन्होंने कहा की विभाग में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाना उनकी प्राथमिकता रहेगी और इसके लिए ठेकेदारों को दी जाने वाली एलओसी प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा रहा है। इसी प्रकार, तीन करोड़ रुपये की लागत से अधिक की परियोजनाओं की निगरानी के लिए मुख्यालय स्तर पर राज्य गुणवत्ता निगरानी प्रकोष्ठ का गठन भी किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की सडक़ों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत वट्सअप नम्बर भी जारी किया गया है। कोई भी व्यक्ति वट्सअप पर गड्ढा की शिकायत भेज सकता है, जिस पर विभाग 72 घंटे के अन्दर कार्यवाही करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में सडक़ तंत्र को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत निष्पक्षता के आधार पर सडक़ों के सुदृढ़ीकरण का काम किया जा रहा है और इसके लिए हरियाणा गठन के बाद पहली बार गत वर्ष सडक़ परियोजनाओं के वर्ष 2015-16 के आवंटित कार्य प्रगति के आधार पर लगभग 250 करोड़ रुपये की बचत की गई। वर्ष 2016-17 के दौरान 1818 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर 5605 किलोमीटर सडक़ों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा। रेलवे ऊपरगामी पुलों के सम्बंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में राव नरबीर ने कहा कि सभी रेलवे मानवरहित फाटकों को खत्म करना उनकी प्रमुखता है और इसके लिए रेलवे मंत्रालय से सम्पर्क किया गया है और जहां-जहां आरओबी/आरयूबी का निर्माण करवाया जा रहा है।
नौ स्थानों पर आरओबी का निर्माण कार्य को स्वीकृति प्रदान की गई है। इसके अलावा, 24 आरओबी का निर्माण कार्य चल रहा है तथा चालू वित्त वर्ष के दौरान 46 आरओबी का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक़ योजना के तहत तीन नये पुलों, छ: नई सडक़ों तथा 20 सडक़ों के सुदृढ़ीकरण पर 192.65 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। इसी प्रकार, 82 करोड़ रुपये की लागत से गुडग़ांव, पंचकूला, दोसडक़ा, गुहला, पिहोवा, शाहबाद, कनीना, तथा नूंह में नये विश्राम गृहों का निर्माण करवाया जाएगा जबकि सोनीपत के विश्राम गृह के जीणोद्धार पर दो करोड़ रुपये की राशि खर्च की जा रही है।