हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री कुमारी आरती सिंह राव ने कहा कि प्रदेश से टीबी को समाप्त करने के लिए 25 मार्च-2025 तक अभियान चलेगा और दिसंबर 2025 तक एक साल में टीबी के ख़ात्मे का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने आज यहां जारी बयान में प्रदेश के लोगों को नए वर्ष की शुभकामनाएं दी और साथ ही लोगों को “टीबी उन्मूलन अभियान” में सहयोग के लिए आह्वान किया।
कुमारी आरती सिंह राव ने जानकारी देते हुए बताया कि “100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान” प्रदेश स्तर पर 7 दिसंबर 2024 से शुरू हुआ था। हरियाणा सरकार ने दिसंबर 2025 तक टीबी को प्रदेश से खत्म करने का लक्ष्य बनाया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रत्येक जिला में जिला कारावास से लेकर हर शहर व गांव में जाकर टीबी मरीजों की पहचान कर रही है। इसमें टीबी युक्त पाए जाने वाले मरीजों को सरकार की योजना के तहत जांच व दवाइयां मुफ्त में उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के टीबी मुक्त हरियाणा के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। उन्होंने राज्य के चिकित्सा अधिकारियों से भी कहा कि सभी चिकित्सा अधिकारी इस अभियान को केवल एक ड्यूटी ना समझते हुए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें।
उन्होंने बताया कि निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी के मरीजों को सरकार इलाज चलने तक प्रतिमाह 1000 रुपए प्रोत्साहन राशि भी देती है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत चिकित्सक नागरिकों को निक्षय मित्र बनने के लिए भी प्रोत्साहित करें तथा उन्हें निक्षय पोर्टल के बारे में जानकारी दें।
कुमारी आरती सिंह राव ने राज्य के नागरिकों से भी आह्वान किया है कि प्रदेशभर में चलाए जा रहे टीबी मुक्त अभियान के तहत स्वास्थ्य की जांच के लिए आगे आएं। उन्होंने बताया कि टीबी के शुरुआती लक्षण खांसी है। दो सप्ताह से ज्यादा खांसी आना, बार-बार पसीना आना, थकावट होना, वजन घटना, सांस लेने में परेशानी आना, बुखार आना टीबी के मुख्य लक्षणों में शामिल है। ऐसे में नागरिक अपने स्वास्थ्य की जांच जरूर करवाएं और स्वास्थ्य विभाग की टीम का सहयोग करें। सभी के सहयोग से ही हम अगले एक साल में प्रदेश से टीबी को खत्म कर पाएंगे।