नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिमाचल प्रदेश के रोहतांग में ये 10,000 फीट की ऊंचाई पर, यातायात के लिए दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम नाम पर इस टनल को बनाया गया है। पीएमओ की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री सुबह 10 बजे 3 अक्टूबर को इसका उद्धाटन करेंगे। कैबिनेट द्वारा अनुमोदित रिसेप्शन योजना के अनुसार, पीएम मोदी को जिलों की परंपराओं के अनुसार उनके आगमन पर भव्य स्वागत किया जाएगा। उसी दिन पीएम के साथ केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी होंगे।
समाचार पीटीआई के अनुसार, समारोह में दौरान सभी कोविद -19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, 28 सितंबर को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि रणनीतिक अटल बिहारी रोहतांग को खोलने के बाद पीएम मोदी हिमाचल प्रदेश में दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे। पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर, 9.2 किलोमीटर लंबी सुरंग दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग है, जो मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से पूरे साल जोड़ती है। इससे पहले, हर साल भारी बर्फबारी के कारण घाटी लगभग 6 महीने तक कट जाती थी। यह सुरंग मीन सी लेवल (MSL) से 3000 मीटर (10,000 फीट) की ऊँचाई पर हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में अति-आधुनिक विशिष्टताओं के साथ निर्मित है।
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इस टनल की वजह से अब मनाली से लेह के बीच करीब 46 किलोमीटर की दूरी कम हो गई है। बताया जा रहा है कि इस टनल के बनने से सबसे ज्यादा फायदा लद्दाख में तैनात फौजियों को मिलेगा इससे सर्दियों में भी हथियार और रसद की आपूर्ती आसानी से हो सकेगी। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस टनल के अंदर कोई गाड़ी ज्यादा से ज्यादा 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल सकेगा। इसे बनाने की शुरुआत 28 जून 2010 को हुई थी। जानकारी के मुताबिर ये टनल इस तरह बनाई गई हैं कि इसके अंदर से एक बार में 3 हजार कारें और 1500 ट्रक एक साथ निकल सकते हैं। इसे बनाने में करीब 4 हजार करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।