गुप्तेश्वर पांडेय ने वीआरएस ले लिया है। उन्होंने वीआरएस के लिए आवेदन किया था जिसे बिहार के राज्यपाल ने स्वीकार कर लिया है। पांडेय सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर चर्चा में आए थे।
पटना: विधानसभा चुनाव लड़े जाने की अफवाहों के बीच बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने VRS ले लिया है। अचानक उनका वीआरएस लेना पूरे राज्य में चर्चा का विषय बना हुआ है। इसी बीच गुप्तेश्वर पांडेय ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।
गुप्तेश्वर पांडेय ने ट्वीट कर कहा, 23 सितंबर को शाम 6 बजे अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आऊंगा। मैसेज के ऊपर एक कैप्शन भी दिया गया है जिसमें लिखा है- “मेरी कहानी, मेरी जुबानी…”
बक्सर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं गुप्तेश्वर पांडेय
गुप्तेश्वर पांडेय की जगह एस के सिंघल को डीजीपी का चार्ज दिया गया है। ऐसा कहा जा रहा है कि गुप्तेश्वर पांडेय बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। उन्हें बक्सर सीट से टिकट मिल सकता है। पिछले दिनों उन्होंने बक्सर के JDU जिलाध्यक्ष के साथ बंद कमरे में घंटों मुलाक़ात की थी।
राजनीति में जाने को लेकर कही थी ये बात
सोमवार को ही जब गुप्तेश्वर पांडेय से रिटायरमेंट के बाद राजनीति में जाने के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने कहा था, ”क्या रिटायरमेंट के बाद राजनीति में जाना पाप है? कदाचार है? या गलत है? राजनीति के कारण ही कार्यपालिका है, विधायिका है।”
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में होने हैं विधानसभा चुनाव
बिहार में अक्टूबर-नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाला है। ऐसा में कयासों का बाजार गर्म है। खास कर सीटों पर दावेदारी को लेकर कई कयास लगाए जा रहा हैं। इसी बीच एक कयास यह भी लगाया जा रहा था कि बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। हालांकि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने खुद सारे कयासों पर विराम लग दिया है।
बिहार के 26 जिलों में काम कर चुके हैं गुप्तेश्वर पांडेय
गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं उनका जन्म बक्सर जिले के छोटे से गांव गेरुआ में 1961 में हुआ था। 12वीं कक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण करने के बाद पाण्डेय ने पटना विश्वविद्यालय में नामांकन कराया। 1986 में आइआरएस बने। तब वह अपनी इस नौकरी से संतुष्ट नहीं थे, उन्होंने दोबारा यूपीएससी की परीक्षा दी और आइपीएस बने। 31 साल की सेवा में गुप्तेश्वर पाण्डेय एएसपी, एसपी, एसएसपी, डीआइजी, आइजी, एडीजी के रूप में बिहार के 26 जिलों में काम कर चुके हैं।