हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हरियाणा की विधानसभा और चंडीगढ़ पर विवाद को लेकर अपनी बात रखी। अनिल विज ने कहा कि जब पंजाब और हरियाणा का विभाजन हुआ, तब से ही हरियाणा को चंडीगढ़ में साझा विधानसभा का हिस्सा बना दिया गया, और अब अलग विधानसभा के लिए 120 सदस्यों की बैठने की क्षमता का मुद्दा उठाया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा की अपनी अलग विधानसभा के प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है।
चंडीगढ़ पर पंजाब के मुख्यमंत्री की दावेदारी के सवाल पर अनिल विज ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि पंजाब चंडीगढ़ को अपना मानता है, तो उसे पहले SYL (सतलुज-यमुना लिंक) नहर का पानी हरियाणा को देना चाहिए, क्योंकि यह दोनों राज्यों के बीच हुए समझौते का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि समझौते का पालन किए बिना चंडीगढ़ पर अधिकार जताना उचित नहीं है।
बीपीएल कार्ड को लेकर अनिल विज ने कहा कि सरकार उन लोगों को ही बीपीएल कार्ड मुहैया कराएगी जो वास्तव में बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) आय वर्ग में आते हैं, ताकि जरूरतमंद लोगों को सही सहायता मिल सके।