राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की प्रेस कॉन्फ्रेंस*
बड़ी स्पष्ट बात है जहां कांग्रेस की सरकार आती है वहां ईवीएम का मुद्दा नहीं उठता
हरियाणा में कांग्रेस नहीं बाप बेटा चुनाव लड़ रहे थे
भ्रष्टाचार भाई भतीजावाद इस तरह से चुनवा कांग्रेस लड़ रही थी
इसलिए लोगों ने इन्हें पूरी तरह से नकार दिया
भाजपा की नीतियों पर लोगों ने मुहर लगाने का काम किया
जिनके नेतृत्व में तीसरी बार हार हुई है उनको अपने आप हट जाना चाहिए
सदन चल रहा है लेकिन नेता विपक्ष नहीं चुना गया
पर्यवेक्षक सिर्फ ब्लैकमेलिंग टैक्टिक्स है, हुड्डा कोशिश में है वह खुद सीएलपी बने या फिर उनका कोई अपना सीएलपी लीडर बने
जहां पर बैठ गए कुंडली मारकर बैठ गए यह हालत है कांग्रेस में कुछ लोगों की
कुमारी शैलजा के साथ जो बर्ताव किया गया यह कुछ छिपा हुआ नहीं है जबसे हुड्डा और उनके बेटे ने खात्मा करना शुरू कर दिया तबसे यह हालात पैदा हुए
पंजाब के नेता कुछ भी बोलते रहे, इसको अब हरी झंडी मिल गई है नई विधान सभा भवन बनेगा इससे और क्या बात हो सकती है पंजाब के नेता अपने हिसाब से बात करेंगे
भूपेंद्र हुड्डा इसमें भी अगर कोई उंगलीबाजी करना चाहते है तो इससे और बुरा क्या होगा