Self Defense Training in Delhi AIIMS: देश के अस्पतालों में महिला और डॉक्टर की सुरक्षा का बड़ा मुद्दा बन गया है. कई महीने से अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन भी चल रहा है. सुरक्षा की मांग कोलकाता के आरजीकर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर की रेप और हत्याकांड से शुरू हुई. दिल्ली में भी डॉक्टर्स ने सुरक्षा की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन और हड़ताल किया.
ऐसे में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर दिल्ली एम्स (AIIMS) ने बड़ी पहल की है.
एम्स की महिला डॉक्टर्स, नर्सेस और महिला स्वास्थ्य कर्मियों को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जायेगी. शनिवार को 45 महिला डॉक्टर के पहले बैच का सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम से बचाव का प्रशिक्षण पूरा हुआ. सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम से बचाव की ट्रेनिंग दिल्ली पुलिस के स्टाफ ने दी. दिल्ली एम्स ने दिल्ली पुलिस के साथ सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कैंप की शुरुआत की है. अलग-अलग बैच में महिला डॉक्टर, महिला नर्सिंग स्टाफ, रिसर्चर, साइंटिस्ट को सेल्फ डिफेंस और साइबर क्राइम की ट्रेनिंग दी जाएगी.
एम्स की महिला स्टाफ को मिली सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग
आज पहले बैच में 45 महिला डॉक्टर की ट्रेनिंग पूरी हो गई है. आगामी बैच में 1000 महिला स्टाफ को सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दिया जाना है. एम्स में दिल्ली पुलिस की छाया शर्मा, आकांक्षा यादव और रेणु लाता ने सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग कैंप का जायजा लिया. उन्होंने डॉक्टर्स को सेल्फ डिफेंस के लिए प्रेरित भी किया.
एम्स के डायरेक्टर एम श्रीनिवास ने बताया कि सेल्फ डिंफेंस की ट्रेनिंग से महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है. ट्रेनिंग कैंप में महिला स्टाफ को आत्मरक्षा के गुर सिखाये जा रहे हैं. साइबर क्राइम से बचाव की भी ट्रेनिंग दी जा रही है. एम्स की मीडिया इंचार्ज प्रोफेसर रीमा दादा ने बताया कि दिल्ली पुलिस की सेल्फ डिफेंस यूनिट के 7 सदस्य हर बैच को ट्रेनिंग देने वाले हैं. पहले बैच की ट्रेनिंग के बाद महिला डॉक्टर्स में आत्मविश्वास बढ़ा है.