Ratan Tata Health Update News: टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष रतन टाटा की हालत गंभीर है और उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में गहन चिकित्सा कक्ष (ICU) में भर्ती कराया गया है। रॉयटर्स ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी गई है। हालांकि, टाटा समूह (Tata Group) ने इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
आपको बता दें कि बीती 7 अक्टूबर को रतन टाटा ने अपना रूटिन मेडिकल चेकअप कराया था। इस बीच, सोशल मीडिया पर उनकी ‘सेहत गंभीर’ संबंधी अफवाहों की बयार बहने लगी थी।
हालांकि, इन अफवाहों के बाद रतन टाटा ने खुद इंस्टाग्राम (Instragram) पर एक बयान जारी कर कहा, मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में हाल ही में फैली अफवाहों से अवगत हूं और सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि ये दावे निराधार हैं। मैं अपनी उम्र और संबंधित चिकित्सा स्थितियों के कारण सिर्फ रूटिन चेकअप करवा रहा हूं। रतन टाटा पद्म विभूषण से सम्मानित (Padma Vibhushan Ratan Tata) रतन टाटा, जो टाटा संस के पूर्व अध्यक्ष हैं, का नाम भारत के सबसे सम्मानित उद्योगपतियों में शुमार है। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल कीं। उन्हें 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था, जो देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान हैं। उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वास्तुकला में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1991 में जेआरडी टाटा के बाद टाटा संस के अध्यक्ष बने।
रतन टाटा के परिवार में कौन-कौन? (Ratan Tata Family)
रतन टाटा का निजी जीवन बहुत ही सादगीपूर्ण रहा है। वे अविवाहित हैं और उनके परिवार में कुछ नजदीकी रिश्तेदार ही हैं। उनके पिता नवल टाटा और मां सुनू टाटा हैं, लेकिन उनके माता-पिता का तलाक तब हुआ, जब रतन टाटा 10 साल के थे। उनकी एक सौतेली मां सिमोन टाटा (Simone Tata) भी हैं, जिन्होंने टाटा ग्रुप के साथ सक्रिय रूप से काम किया है। उनके सौतेले भाई नोएल टाटा (Noel Tata) भी परिवार के नजदीकी सदस्य हैं और उन्होंने भी टाटा समूह में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
रतन टाटा की संपत्ति? (Ratan Tata Net worth)
रतन टाटा व्यक्तिगत संपत्ति के मालिक के रूप में नहीं जाने जाते, क्योंकि टाटा समूह का अधिकांश हिस्सा ट्रस्टों के माध्यम से संचालित होता है। टाटा समूह की कई कंपनियों से आने वाले मुनाफे का एक बड़ा हिस्सा चैरिटी और समाजसेवा के कामों में लगाया जाता है। इस कारण, रतन टाटा की व्यक्तिगत संपत्ति तुलनात्मक रूप से कम है, लेकिन उनकी सामाजिक और औद्योगिक विरासत बहुत बड़ी है।
रतन टाटा के उत्तराधिकारी (Ratan Tata Successor)
रतन टाटा ने 2012 में टाटा समूह के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्ति ली थी, और उनके बाद सायरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) को अध्यक्ष बनाया गया था। हालांकि, मिस्त्री को 2016 में हटा दिया गया और उसके बाद एन. चंद्रशेखरन को टाटा संस का अध्यक्ष बनाया गया।
चंद्रशेखरन वर्तमान में इस पद पर हैं और समूह का नेतृत्व कर रहे हैं। रतन टाटा के उत्तराधिकारी के रूप में अब एन. चंद्रशेखरन (N. Chandrasekaran)का नाम प्रमुखता से सामने आता है, जो समूह को भविष्य में आगे ले जाने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।