Haryana Exit Poll 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव का मतदान संपन्न होने के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल में यह संभावना जताई गई है कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत की सरकार बना सकती है. सभी की निगाहें भले ही 8 अक्टूबर को आने वाले रिजल्ट पर हों लेकिन एग्जिट पोल साफ तौर पर कह रहे हैं कि कांग्रेस की हरियाणा में 10 साल बाद वापसी हो रही है.
हरियाणा के विधानसभा चुनाव में पूर्व सीएम मायावती की पार्टी बसपा और नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजद समाज पार्टी (कांशीराम) भी मैदान में थी. इन दोनों पार्टियां का हाल एग्जिट पोल में बेहद खराब दिखाई दे रहा है.
हरियाणा में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) का दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी के साथ गठबंधन था. वहीं मयावती की बसपा ने हरियाणा की सियासत में कभी प्रमुख राजनीतिक ताकत रही इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा. इन दोनों पार्टियों का दलित वोट बैंक पर काफी प्रभाव माना जाता है, लेकिन हरियाणा चुनाव के एग्जिट पोल के अनुसार यह फेल साबित होता दिखाई दे रहा है.
एग्जिट पोल में मायावती और चंद्रेशखर की पार्टी का बुरा हाल
हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सामने आए सभी एग्जिट पोल्स में मायावती और चंद्रेशखर आजाद की पार्टी का हाल बेहद बुरा होता दिखाई दे रहा है. कुछ एग्जिट पोल तो INLD-बसपा गठबंधन और जेजेपी-आसपा गठबंधन को जीरो सीट पर सिमटते हुए दिखा रहे हैं. इसके अलावा कुछ एग्जिट पोल आईएनएलडी-बसपा गठबंधन को 3 से 6 सीटें और जेजेपी-आसपा को 0 से दो सीट मिलती हुई दिखाई दे रही हैं. मतलब साफ है कि मायावती की पार्टी आईएनएलडी चीफ अभय चौटाला की उम्मीदों पर पानी फेरते दिख रही है.
हरियाणा में 13 सीटों पर चुनाव लड़ी आसपा
बता दें कि हरियाणा में आजाद समाज पार्टी ने गठबंधन में 13 सीटों पर चुनाव लड़ा था, पार्टी ने 20 सीटों पर अपनी उम्मीदवार उतारे थे लेकिन कुछ सीटों पर प्रत्याशियों के पर्चे निरस्त हो गए. वहीं हरियाणा के चुनावी दंगल में मायावती की बसपा 37 सीटों पर चुनाव लड़ी थी.