नई दिल्ली : देश में मोदी का जादू अभी भी वोटरों के सिर चढ़कर बोल रहा है। त्रिपुरा, नागालैंड और मेघालय विधानसभा चुनावों के रुझान तो इस ओर ही संकेत कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि तीनों पूर्वोत्तर राज्यों में सरकार बनाएगी। त्रिपुरा में माणिक सरकार अब ‘सरकार’ से बाहर जाते नजर आ रहे हैं। इधर नगालैंड और मेघालय में भी सरकार बनाने के समीकरण भाजपा के पक्ष में ही नजर आ रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने तो जश्न मनाना भी शुरू कर दिया है। सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ है। 25 साल से सत्ता से बाहर कांग्रेस यहां मुख्य विपक्षी दल था। इस बार उसके हाथ एक भी सीट मिलनी मुश्किल दिख रही है। देश के सभी राज्यों की सरकारों को देखें तो लगता है कि मोदी का कांग्रेस मुक्त सपना मात्र चार कदम दूर है।
भारतीय जनता पार्टी अपने एजेंडे के साथ लगातार राज्यों में पांव पसार रही है
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ का नारा दिया था। जिसके बाद से भारतीय जनता पार्टी इसी एजेंडे के साथ लगातार राज्यों में पांव पसार रही है। दक्षिण भारत हो या पूर्वोत्तर का राज्य हर जगह बीजेपी ने अपने जनाधार मजबूत किए हैं। 2014 लोकसभा चुनाव तक जहां बीजेपी की पूर्वोत्तर के एक भी राज्यों में सरकार नहीं थी आज वह अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, सिक्किम और नागालैंड में सरकार बना चुकी है। अब त्रिपुरा, नागालैंड में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। वहीं मेघालय में भी बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया है। कांग्रेस के पास अब केवल चार राज्यों कर्नाटक, पंजाब, मिजोरम और पुडुचेरी में सरकार है।
‘कांग्रेस मुक्त भारत का सपना धीरे-धीरे हकीकत में तब्दील होता नजर आ रहा है’
बीजेपी का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना धीरे-धीरे हकीकत में तब्दील होता नजर आ रहा है। बात कर्नाटक की करें तो इसी साल वहां विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर बीजेपी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। पीएम मोदी और बीजेपी चीफ अमित शाह ताबड़तोड़ रैली कर रहे हैं। कांग्रेस ने भी कर्नाटक में वापसी की पूरी तैयारी कर रखी है। सीएम सिद्धारमैया बीजेपी पर लगातार हमले कर रहे हैं। कर्नाटक में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर है। वहीं पंजाब में कांग्रेस की सरकार है और कैप्टन अमरिंदर सिंह सीएम हैं। पंजाब में पिछले साल ही चुनाव हुए हैं तो अगला विधानसभा चुनाव 2022 में होगा। फिलहाल पुडुचेरी और मिजोरम में कांग्रेस की सरकार चल रही है।
‘हम ‘वामपंथ मुक्त भारत’ भी कह सकते हैं’
पूर्वोत्तर राज्यों भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद पार्टी में ख़ुशी की लहर है। त्रिपुरा में 25 साल के वामपंथ शासन का जहां खात्मा होता दिखाई दे रहा है, जबकि नागालैंड में भी बीजेपी गठबंधन दूसरी सबसे बड़ी पार्टी क रूप में उभर रही है। बीजेपी की इस जीत के बाद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘पूरा पूर्वोत्तर अब बीजेपी के साथ है’ उन्होने कहा हम शुरुआत से ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ कहते आ रहे हैं, अब हम ‘वामपंथ मुक्त भारत’ भी कह सकते हैं।
राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का जनाधार दिन पर दिन सिमटता जा रहा है
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का जनाधार दिन पर दिन सिमटता जा रहा है। राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस का वोट बैंक धवस्त होता जा रहा है। राहुल गांधी का रिकॉर्ड तो ये है कि अब तक उनके नेतृत्व में जितने भी चुनाव लड़े गए उसमें कांग्रेस हारती ही चली आ रही है। उनके नेतृत्व में बीते 5 साल में कांग्रेस पार्टी 29 चुनाव हार चुकी है। दरअसल कांग्रेस के लिए यह विश्लेषण का दौर है। पिछले वर्ष 2017 में सात राज्यों में हुए चुनाव के नतीजों ने भी राहुल की पोल खोल दी। यूपी, उत्तराखंड, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को भारी हार मिली। पंजाब में जीत कैप्टन अमरिंदर सिंह की विश्वसनीयता और मेहनत की हुई।