हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने उचाना से कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा है कि भाजपा सांसद के तौर पर बृजेंद्र सिंह ने तीन नए कृषि कानूनों का खुलकर समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि बृजेंद्र ने संसद में न केवल कृषि बिलों के पक्ष में हस्ताक्षर किए बल्कि इन कानूनों के प्रचार के लिए ट्रैक्टर रैली भी निकाली थी। दुष्यंत चौटाला ने स्पष्ट किया कि जेजेपी कभी नए कृषि कानूनों के समर्थन में नहीं थी और न ही जेजेपी का कोई सांसद था। वे वीरवार को उचाना में ग्रामीणों से रूबरू थे। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि बीरेंद्र सिंह 1991 से लेकर 2024 तक कुल 33 साल में से 28 साल लगातार सत्ता के हिस्सेदार रहे और उनके पास राज्य व केंद्र सरकार में बड़े-बड़े मंत्रालय रहे। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 28 सालों में उचाना के लिए बीरेंद्र सिंह परिवार की एक भी उपलब्धि नहीं है। उन्होंने उचाना के लोगों से आह्वान किया कि किसानों और उचाना के लोगों से धोखा करने वाले बीरेंद्र सिंह परिवार को वोट की चोट से करारा जवाब दें।
पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उचाना के मतदाता बीरेंद्र सिंह परिवार के सत्ता की हिस्सेदारी के 28 साल और जेजेपी के पांच सालों की तुलना करके देखें कि किसने उचाना और हरियाणा के लिए क्या किया ? उन्होंने कहा कि जेजेपी ने सदैव किसान-कमेरे के हित में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। दुष्यंत चौटाला ने किसानों की भलाई में मंडियों की संख्या बढ़ाने, 14 फसलों को एमएसपी पर खरीदना, किसानों के खाते में मुआवजा और भुगतान करने जैसे अनेक फैसलों से बड़ा बदलाव देखने को मिला है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा ने किसानों के लिए क्या किया वे जनता को बताएं। पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि जेजेपी ने कोरोना महामारी की अड़चन के बावजूद विकास के मामले में उचाना का नक्शा बदलने का काम किया है, जो कि बीरेंद्र सिंह परिवार 28 सालों में भी कभी सोच नहीं सके, इसलिए ऐसे लोगों को जरूर सबक सिखाना चाहिए।