चंंडीगढ़ : सिरसा जिला परिषद के चेयरमैन एवं उपचेयरमैन के आज हुए चुनाव में इनेलो पार्षद रेणू बाना को चेयरमैन और अभय ङ्क्षसह चौटाला के बेटे कर्ण चौटाला को उपचेयरमैन चुना गया। रेणू बाना को चेयरमैन पद के लिए कुल पड़े 22 मतों में से 14 और उनकी विरोधी प्रत्याशी भाजपा नेता पवन बेनीवाल की भाभी श्रुति बेनीवाल को मात्र 8 वोट मिले। जबकि कर्ण चौटाला को उपचेयरमैन पद के लिए कुल पड़े 22 मतों में से 15 और उनक ी विरोधी भाजपा प्रत्याशी मंजू को मात्र 7 वोट मिले। आज सिरसा जिला परिषद में इनेलो के चेयरमैन एवं उपचेयरमैन निर्वाचित होने के बाद सिरसा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय ङ्क्षसह चौटाला ने कहा कि पंचायती चुनावों में सरकार व राज्य चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली ने उनकी निष्पक्षता पर सवालिया निशान लगा दिया है।
अभय चौटाला ने कहा कि सरकार ने स्वयं की मनमानी करने के लिए राज्य चुनाव आयोग जैसी निष्पक्ष संस्था का राज्य चुनाव आयुक्त अपनी पार्टी से जुड़े हुए एक रिटायर्ड अफसर को बनाया हुआ है। इनेलो इस मामले को लेकर कोर्ट में जाएगी और उनकी नियुक्ति को निरस्त करने की मांग करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि भाजपा ने पंचायती चुनावों के बाद पंचायत समिति एवं जिला परिषद के चेयरमैन एवं उपचेयरमैन पदों के लिए साम-दाम-दंड-भेद, येन-केन प्रकरण का इस्तेमाल किया और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया। इनेलो नेता ने कहा कि पहले तो भाजपा पंचायती चुनावों से भागती रही। चुनाव हुए तो इसके बाद भाजपा ने ओछे हथकंडे अपनाए। चुनावों में विलम्ब करवाया। इनेलो के चुने गए प्रतिनिधियों को प्रलोभन दिया।
उन्होंने सिरसा जिला के जोन नम्बर 22 से चुनी गई इनेलो पार्षद सुखराज कौर के पति गुरजंट सिंह को गाड़ी और 1 करोड़ रुपए का लालच दिया, पर उनका निष्ठावान कार्यकत्र्ता लालच के आगे नहीं डिगा। लालच से बात नहीं बनी तो भाजपा के लोगों ने उनके चुने गए प्रतिनिधियों पर पुलिस का दबाव भी बनाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि आज जिला परिषद चुनाव में भाजपा सरकार ने जानबूझकर राज्य चुनाव आयोग से किसी भी विधायक एवं सांसद के चुनावी दफ्तर में प्रवेश पर पाबंधी संबंधी चि_ी जारी करवा दी। मीडिया को भी अंदर जाने से वंचित रखा गया। इस अवसर पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, रामपाल माजरा, विधायक मक्खन लाल ङ्क्षसगला, बलकौर ङ्क्षसह, रामचंद्र कम्बोज, पदम जैन, दिग्विजय चौटाला, जिप चेयरमैन रेणू बाना, उप-चेयरमैन कर्ण चौटाला, अभय ङ्क्षसह खोड, जनरैल ङ्क्षसह चंदी, डा. हरी ङ्क्षसह भारी, हरभगवान कोटली सहित अनेक नेता मौजूद थे।
इसी बीच, नलवा से इनेलो विधायक रणवीर गंगवा ने सिरसा जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के लिए शुक्रवार को हुए चुनाव में इनेलो की जीत पर बधाई देते हुए कहा सिरसा में इनेलो को जीत से रोकने के लिए बीजेपी ने हर ओछा हथकण्डा अपनाया, परन्तु जागरूक जिला पार्षदों ने इस तानाशाही सरकार को उसकी हैसियत बता दी। इनेलो विधायक रणवीर गंगवा ने कहा कि सरकार के हर अनुचित दवाब की परवाह न करते हुए सिरसा के जिला पार्षदों ने सरकार करारा जवाब देते हुए उसे असलियत से रूबरू करवा दिया। वहीं इनेलो की नीतियों पर मोहर लगाने का काम किया।
इनेलो विधायक ने नवनिर्वाचित अध्यक्ष व उपाध्यक्ष को बधाई देते हुए कहा कि ये जीत सिरसा जिले की जीत के साथ साथ पूरे हरियाणा की जीत है। प्रशासन के द्वारा चुनाव के समय ऐलनाबाद के विधायक व विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चौधरी अभय सिंह चौटाला व अन्य विधायको को मीटिंग में जाने से रोकने की निंदा करते हुए रणवीर गंगवा ने कहा कि प्रदेश के हर जिले में हुए जिला परिषद अध्यक्ष के चुनावों में वहां के विधायकों को तो जाने दिया गया, यहां तक कि हिसार में हुए चुनावों में तो बीजेपी सरकार के वरिष्ठ मंत्री ने चुनाव से पूर्व पार्षदों को अपने पास बुला लिया तथा मीटिंग में भी वे स्वयं पार्षदों को साथ लेकर आये। सिरसा जिले में पांचो विधायक इनेलो के है। इसलिए सरकार ने यह निंदनीय हरकत की और उन्हें चुनाव के दौरान मीटिंग में अंदर नहीं जाने दिया। गंगवा ने सरकारी हथकंडों क ो लोकतन्त्र की हत्या बताते इस की कड़े शब्दों में निंदा की है।