भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने दोनों पक्षों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की है। दिल्ली में हुई बैठक में दोनों पक्षों के बीच प्रवासन और गतिशीलता को बढ़ाने पर भी चर्चा की गई है।
कुल मिलाकर दोनों देश वीजा, प्रवासन, नागरिकता और प्रत्यर्पण तंत्र को मजबूत करने पर ध्यान दे रहे हैं। दोनों पक्षों ने कांसुलर मामलों पर संयुक्त समिति (जेसीसीए) की पांचवीं बैठक में यह प्रतिबद्धता दोहराई।
सहयोग को मजबूत करने पर हुई चर्चा
भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि दोनों पक्षों ने सहयोग को मजबूत करने पर व्यापक चर्चा की। दिल्ली में आयोजित की गई बैठक में यूएई ने अपने देश में भारतीय श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों पर विस्तृत जानकारी दी। दोनों पक्षों ने नागरिकों पर केंद्रित कांसुलर तंत्र की दिशा में काम करना जारी रखने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
दोनों पक्षों के बीच पारस्परिक हितों पर चर्चा
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि दोनों पक्षों ने पारस्परिक हित के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा लोगों के बीच बेहतर आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए वीजा सुविधा और प्रवासन से जुड़े समझौतों को जल्द पूरा करने पर भी चर्चा की गई। बैठक में दोनों देशों के नागरिकों से जुड़े आंकड़ों का नियमित आदान-प्रदान करने पर प्रतिबद्धता जताई गई।
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया कि भारत और यूएई के बीच घनिष्ठ और बहुआयामी संबंध हैं। दोनों देश राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार समेत कई क्षेत्रों में व्यापक राणनीतिक साझेदारी रखते हैं।