नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कांग्रेस अध्यक्ष (Congress President) एम.मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया (CM Siddaramaiah) के साथ खड़ी है।
खरगे ने कहा कि, उनका समर्थन करेगी, क्योंकि वह मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (MYDA) भूखंड आवंटन मामले में लोकायुक्त पुलिस द्वारा की जा रही जांच का सामना कर रहे हैं। भाजपा (BJP) की ओर से सिद्धरमैया के इस्तीफे की मांग को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि ‘ना तो आरोपपत्र दाखिल किया है और ना ही उन्हें दोषी ठहराया गया है। जानिए पूरा मामला क्या है।
खरगे ने एक सवाल पर क्या कहा खरगे ने एक सवाल के जवाब में कहा, ”जब गोधरा कांड हुआ था, तो क्या (नरेन्द्र) मोदी जी ने (गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री के पद से) इस्तीफा दे दिया था? उस समय उनके खिलाफ भी कई मामले लंबित थे, यहां तक कि शाह (केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह) के खिलाफ भी। भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाने पर एक सवाल के जवाब में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने की बात कही गई है।
व्यक्ति की छवि को पहुंचाया नुकसान खरगे ने बातचीत में कहा, ”किसी व्यक्ति विशेष की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए उसे निशाना न बनाएं, उसकी वजह से पार्टी को भी नुकसान होगा। आपकी (भाजपा की) रुचि कांग्रेस पार्टी को नुकसान पहुंचाने में है, किसी व्यक्ति को नुकसान पहुंचाने में नहीं।
आज वह यहां हो सकते हैं या नहीं हो सकते हैं, लेकिन पार्टी काम करती रहेगी। उन्होंने कहा कि, सिर्फ कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के आधार वोट को नष्ट करने के लिए वह (भाजपा) ऐसा कर रहे हैं। कानून को अपना काम करने दीजिए और जब कोई स्थिति आएगी तो पार्टी उस समय इसकी समीक्षा करेगी।
मैं इन सब चीजों को देखकर तंग हूं खरगे ने कहा कि, अब वहां कुछ भी नहीं है, (लेकिन) हर दिन मैं देख रहा हूं कि एमयूडीए, एमयूडीए। करोड़ों रुपये कई उद्योगपति निगल गए, उनके 16 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ कर दिए गए और अब आप एक छोटे से मुद्दे को लेकर लड़ रहे हैं। इसके अलावा ना तो आरोपपत्र दाखिल किया गया है और ना ही वह दोषी ठहराए गए हैं। प्रतिदिन यही खबर है।
उन्होंने कहा कि, मैं इन सब चीजों को देखकर तंग आ चुका हूं। यह पूछने पर कि क्या प्राथमिकी दर्ज हो जाने पर भी पार्टी आलाकमान सिद्धरमैया के साथ खड़ा रहेगा, खरगे ने कहा कि, ”यह काल्पनिक सवाल है। हम उनके साथ खड़े हैं, हम उनका समर्थन करेंगे क्योंकि वह पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं, ना कि वह केवल एक व्यक्ति हैं।”
क्या है पूरा मामला एक विशेष अदालत ने लोकायुक्त पुलिस को आदेश दिया था कि वह सिद्धरमैया के खिलाफ इस मामल में जांच करे। एमयूडीए भूखंड आवंटन मामले में, यह आरोप लगाया गया है कि सिद्धरमैया की पत्नी को मैसुरु के एक पॉश इलाके में प्रतिपूरक भूखंड आवंटित किया, जिसका मूल्य एमयूडीए द्वारा अधिग्रहीत की गई उनकी भूमि की तुलना में अधिक था। एमयूडीए ने पार्वती को उनकी 3.16 एकड़ भूमि के बदले 50:50 अनुपात योजना के तहत भूखंड आवंटित किए थे। पार्वती की भूमि पर इसने एक आवासीय परियोजना विकसित की थी। विवादास्पद योजना के तहत, एमयूडीए ने आवासीय लेआउट के लिए भूमि देने वालों को उनकी अविकसित भूमि के बदले में विकसित भूमि का 50 प्रतिशत आवंटित किया है।