Two killed in wall collapse in Mahakal temple मध्यप्रदेश में बड़ा हादसा हुआ है। प्रदेश के उज्जैन के विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में यह हादसा हुआ है। यहां एक दीवार ढह गई जिसके मलबे में कई भक्त दब गए। शहर में तेज बरसात के बीच यह हादसा हुआ। महाकाल मंदिर परिसर में दीवार ढहते ही कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस और रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। मलबे में दबे लोगों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया है। पता चला कि हादसे में दो भक्तों की मौत हो गई है जबकि कुछ अन्य लोग बुरी तरह घायल हुए हैं।
उज्जैन में शुक्रवार को तेज बारिश के बीच महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार की दीवार गिर गई। मलबे में दबने से कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है, कई लोगों को अस्पताल भी पहुंचाया गया है।
ताजा जानकारी के अनुसार मलबे में दबने से दो लोगों की मौत हो गई है जबकि 10 लोग घायल हो गए हैं। उन्हें अस्पताल पहुंचा दिया गया है। दुर्घटना की खबर मिलते ही जिला कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए। मंदिर प्रशासन समिति के कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों के साथ रेस्क्यू टीम का बचाव कार्य जारी है।
महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण का द्वितीय चरण का कार्य चल रहा है। महाराजवाडा स्कूल को रिनोवेट करने का काम किया जा रहा था, इसी दौरान हादसा हो गया। तेज बारिश और रात के अंधकार में रेस्क्यू में दिक्कत आई।
महाकाल मंदिर के सामने बड़ा गणेश मंदिर के पास शुक्रवार रात यह दीवार ढही। दुर्घटना में जो लोग हताहत हुए उनमें से अधिकांश महाकाल मंदिर के सामने दुकान लगाकर पूजन सामग्री बेचने वाले हैं।
जानकारी के अनुसार महाकाल मंदिर के गेट नंबर चार के सामने बड़ा गणेश मंदिर के पास महाराजवाड़ा स्कूल की पुरानी दीवार गिरी है। हादसे होते ही पुलिस, मंदिर प्रबंध समिति के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया। मलबे में दबे लोगों को निकालकर एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। दो घायलों की हालत गंभीर थी जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
बता दें कि जो दीवार गिरी, वह बड़ा गणेश मंदिर के पास की गली में है। यहां पूजन सामग्री बेचने वालों की दुकाने हैं। महाकाल मंदिर विस्तार योजना के तहत पुराने महाराजवाड़ा स्कूल को यहां से स्थानांतरित कर दिया गया है। इस जगह अब महाकाल के भक्तों के लिए फैसिलिटी सेंटर बनाया जा रहा है।
विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में लगातार हादसे हो रहे हैं। होली पर तो यहां आग भड़क गई थी जिसमें कई पुजारी झुलस गए थे। इससे पहलेे पिछले साल जुलाई में भी महाकाल मंदिर परिसर में दीवार गिर गई थी हालांकि बड़ा हादसा होते होते टल गया। यहां निर्माणाधीन दीवार भरभराकर गिर गई थी लेकिन संयोगवश घटना के दौरान वहां कोई भी मौजूद नहीं था अन्यथा बड़ा नुकसान हो सकता था।
पिछले साल सावन के महीने में कोटी तीर्थ कुंड के पास नैवेध कक्ष से लगी हुई दीवार गिर गई थी। घटना के वक्त मौके पर कोई नहीं था वरना जन हानि हो सकती थी।