हरियाणा चुनाव के बीच कुमारी शैलजा की नाराजगी और पार्टी में उनके व्यवहार को भाजपा ने मुद्दा बना दिया है। जिसका असर उत्तराखंड की सियायत पर भी पड़ने लगा है। कुमारी शैलजा उत्तराखंड कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी है।
ऐसे में भाजपाई इस मुद्दे को छोड़ना नहीं चाहते हैं।
इस मुद्दे पर भाजपा ने कांग्रेस पर जमकर हमला किया है। भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि विदेश में राहुल आरक्षण का और देश में कांग्रेसी अपनी ही दलित नेत्री कुमारी शैलजा का सरेआम अपमान करते हैं।
राज्यसभा सांसद और प्रदेश उपाध्यक्ष कल्पना सैनी ने खड़गे की बेचारगी पर सवाल किया कि क्यों अध्यक्ष रहते वे अपनी पार्टी में संविधान, आरक्षण और अपने ही समाज के लोगों को न्याय दिलाने में अक्षम हैं। उन्होंने हरियाणा में कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री एवं लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा के साथ उनकी ही पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा किए दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा की।
उन्होंने हैरानी और अफसोस जताते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह अपनी ही पार्टी में अपने ही समाज के नेताओं के सम्मान की रक्षा भी नहीं कर पाते हैं। विदेश जाकर राहुल आरक्षण एवं संविधान समाप्त करने की बात करते हैं और देश में उनके नेता कुमारी शैलजा जैसी महिला एवं दलित नेता को राजनीति में आगे बढ़ने से रोकते हैं और सार्वजनिक अपमान करते हैं।
हालांकि कांग्रेस पार्टी का तो इतिहास ही अपने ही बड़े से बड़े दलित नेताओं के मान मर्दन का रहा है चाहे बाबा साहब अंबेडकर की बात करें, चाहे बाबू जगजीवन राम की, चाहे सीताराम केसरी। हालांकि उत्तराखंड की परिपेक्ष में तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि शैलजा यहां कांग्रेस की प्रभारी भी हैं। लेकिन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि यहां कांग्रेस का कोई भी स्थानीय नेता अपने प्रभारी के अपमान पर कुछ नहीं बोलता है।