चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वर्ण जयंति वर्ष के दौरान 50 योजनाओं पर विशेष काम किया जाएगा। इसके अलावा एक नवंबर 2016 को होने वाले समारोह के लिए सलाह-मशविरा लेने हेतु पूर्व विधायकों का एक खुला-सत्र भी बुलाया जाएगा। दूसरे राज्यों की सीमा के साथ लगती हरियाणा की सीमा शुरू होते ही भव्य एवं आकर्षक मुख्य प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री शुक्रवार को चंडीगढ़ में स्वर्ण जयंति वर्ष मनाने के लिए आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
हरियाणा के स्वर्ण जयंति वर्ष समरोह मनाने के लिए शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक बैठक का आयोजन किया गया जिस की अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की। बैठक में स्वर्ण जयंति वर्ष के दौरान चलाये जाने वाली योजनाओं पर खास तौर पर चर्चा हुई। इन योजनायों को रेखांकित करने के लिए कमेटियों का गठन किया जाएगा। इस संबंध मेंं 15 दिन के बाद एक और बैठक का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्वर्ण जयंति वर्ष के लिए दो दिन का विशेष विधानसभा सत्र भी बुलाया जाएगा।
बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वर्ण जयंति वर्ष के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में ‘हरियाणा एक-हरियाणवी एक’ , ‘स्वच्छ हरियाणा-स्वस्थ हरियाणा’ और ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ जैसे सामाजिक संदेशों पर फोकस होना चाहिए। उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए स्वर्ण जयंति आयोजन समिति,कार्यकारी समिति तथा प्रबंधन समिति बनाने का सुझाव दिया जिनमें मुख्य सचिव,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव व एक मंत्री आदि को शामिल किया जाए।
बैठक में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु,शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा,स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज,लोक निर्माण मंत्री नरबीर सिंह, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री श्रीमती कविता जैन,परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार,सहकारिता मंत्री बिक्रम सिंह यादव,अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री कृष्ण कुमार ,खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री कर्णदेव कंबोज,जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री घनश्याम सराफ,खनन,भू एवं अक्षय ऊर्जा राज्य मंत्री नायब सैनी,मुख्य संसदीय सचिव बख्शीश सिंह विर्क,मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा,मुख्य सचिव डी.एस. ढ़ेसी,मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आर.के खुल्लर ,अतिरिक्त प्रधान सचिव राजबीर सिंह के अलावा विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।