नेशनल डेस्क : मल्लिकार्जुन खरगे ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कुछ मांगें की थीं। इसके जवाब में जेपी नड्डा ने पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने राहुल गांधी को “फेल्ड प्रोडक्ट” करार दिया।
नड्डा ने कहा कि इसलिए उनका महिमामंडन करना खरगे की मजबूरी बन गई है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हाल ही में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को “राजनीति का असफल उत्पाद” करार दिया। यह टिप्पणी उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र के जवाब में की। खरगे ने पत्र में मांग की थी कि भाजपा के नेता राहुल गांधी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियों पर कार्रवाई करें। नड्डा ने इसे खरगे की मजबूरी करार देते हुए कहा कि उन्हें राहुल गांधी का बचाव करना पड़ रहा है। नड्डा ने कांग्रेस के कई नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों का उल्लेख किया, और आरोप लगाया कि कांग्रेस के नेता बार-बार ऐसे बयानों को महिमामंडित करते रहे हैं।
राहुल गांधी का बचाव करना खरगे की मजबूरी जेपी नड्डा ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे के लिए राहुल गांधी का बचाव करना अब मजबूरी बन गई है। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के कई नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियां कर चुके हैं। नड्डा ने खरगे पर आरोप लगाया कि वे जनता द्वारा बार-बार नकारे गए राहुल गांधी को पुनः सामने लाने की कोशिश कर रहे हैं। यह संकेत देता है कि भाजपा राहुल गांधी की राजनीतिक स्थिति को कमजोर मानती है और कांग्रेस की राजनीति पर सवाल उठा रही है।
विवादास्पद टिप्पणियों का जिक्र भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राहुल गांधी के विवादास्पद बयानों के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका रिकॉर्ड ऐसे बयानों से भरा हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ 110 से अधिक अपमानजनक टिप्पणियां की हैं, जिन्हें पार्टी ने महिमामंडित किया है। नड्डा ने सोनिया गांधी के “मौत का सौदागर” जैसे शब्दों का विशेष उल्लेख किया, जो उन्होंने मोदी के लिए इस्तेमाल किए थे। इस प्रकार, उन्होंने कांग्रेस की राजनीतिक शैली और उसके नेताओं के बयानों की निंदा की।
राजनीतिक शुचिता का सवाल जेपी नड्डा ने कांग्रेस से सवाल किया कि जब राहुल गांधी ने “मोदी की छवि को खराब कर देंगे” कहा था, तब राजनीतिक शुचिता की बातें क्यों नहीं की गईं। उन्होंने इसे कांग्रेस का दोहरा मापदंड बताया, यह दर्शाते हुए कि पार्टी अपनी ही नेताओं की गलतियों को नजरअंदाज कर रही है। नड्डा के इस तर्क से स्पष्ट होता है कि भाजपा कांग्रेस की नैतिकता पर सवाल उठा रही है, जिससे यह साबित होता है कि कांग्रेस केवल दूसरों की आलोचना करने में व्यस्त है, जबकि अपने आचरण पर ध्यान नहीं दे रही।
इस विवाद ने भारतीय राजनीति में एक बार फिर से गर्मागर्मी पैदा कर दी है, जिसमें एक पार्टी दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रही है। नड्डा की टिप्पणियां इस बात का संकेत हैं कि आगामी राजनीतिक मुकाबले में दोनों पार्टियों के बीच कटुता बढ़ने वाली है।