PM Modi Jammu Kashmir Visit: जम्मू-कश्मीर की 24 विधानसभा सीटों पर हुए मतदान के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीनगर में एक रैली को संबोधित करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने राज्य के विकास, सुरक्षा और जम्हूरियत (लोकतंत्र) के महत्व पर जोर दिया।
रैली में भारी संख्या में लोगों की उपस्थिति को देखकर पीएम मोदी ने कहा कि आज इतनी बड़ी संख्या में आप आए हैं। नौजवानों का यह उत्साह, बुजुर्गों की आंखों में शांति का संदेश और माताओं-बहनों की भागीदारी यह दिखाता है कि यह नया कश्मीर है।
पीएम ने कांग्रेस, एनसी और पीडीपी पर हमला करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले मैंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर की बर्बादी के लिए तीन खानदान ज़िम्मेदार हैं। तब से दिल्ली से लेकर जम्मू-कश्मीर तक ये लोग बौखलाए हुए हैं। इन तीन खानदानों को लगता है इनपर कोई कैसे सवाल उठा सकता है…इन्होंने जम्मू-कश्मीर को सिर्फ डर और अराजकता ही दी है। लेकिन अब जम्मू-कश्मीर इन तीन खानदानों के शिकंजे में रहने वाला नहीं है।
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में होगा मतदान
पीएम मोदी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए तीन चरणों में मतदान हो रहा है। पहला चरण 18 सितंबर को संपन्न हुआ, जबकि अन्य दो चरण 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। उन्होंने इस बात पर गर्व जताया कि इतने बड़े पैमाने पर लोग दहशतगर्दी के साए के बिना मतदान करने निकले हैं।
कश्मीरी पंडितों की भूमिका को सराहा
प्रधानमंत्री ने कश्मीरियत को संजोने में कश्मीरी पंडितों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने तीन खानदानों की सियासत पर निशाना साधते हुए कहा कि इनकी स्वार्थी राजनीति ने कश्मीरी हिंदुओं और सिखों को भी उनके घरों से बेघर कर दिया। “ये तीन खानदान यहां कश्मीरी हिंदुओं और सिखों पर हुए अत्याचार के भागीदार रहे हैं।
लाल चौक की बदलती तस्वीर
पीएम मोदी ने श्रीनगर के लाल चौक की स्थिति पर भी बात की, जहां पहले तिरंगा फहराना खतरनाक माना जाता था। लेकिन, अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने बताया कि अब श्रीनगर के बाजारों में ईद और दीवाली दोनों की रौनक होती है और देर रात तक भीड़ रहती है। लाल चौक की चहल-पहल और पर्यटन की बढ़ती संख्या जम्मू-कश्मीर में बदलाव का प्रतीक है।
बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान
पीएम मोदी ने बच्चों की शिक्षा पर जोर देते हुए बताया कि 50,000 बच्चों की स्कूल वापसी सुनिश्चित की गई है। 15,000 स्कूलों में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू की गई हैं, जिससे 1.5 लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित हो रहे हैं। इसके अलावा, 250 स्कूलों को पीएम श्री स्कूलों में अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “पहले के मुकाबले अब बच्चों के हाथों में पेन, किताबें और लैपटॉप हैं।”
चुनावी प्रक्रिया में सुधार
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले की तरह अब लोगों का लोकतंत्र में विश्वास बहाल हुआ है। उन्होंने पंचायत, BDC, और DDC चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि इन चुनावों से नए नेता उभर रहे हैं, जो पुराने खानदानी निज़ाम को चुनौती दे रहे हैं। उन्होंने तीन खानदानों (कांग्रेस, एनसी और पीडीपी) की राजनीति पर प्रहार करते हुए कहा कि इन्हें लगता था कि कोई और उनके खिलाफ नहीं आएगा, लेकिन अब लोग जम्हूरियत का उत्सव मना रहे हैं।
रोजगार और विकास के नए अवसर
प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने के अपने संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर को आतंकवाद और डर से आज़ाद कराना मेरा वादा है। यहां के युवाओं को रोजगार के नए अवसर दिलाना मेरी प्राथमिकता है।”
भारी मतदान से नया इतिहास
पीएम मोदी ने गर्व के साथ कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारी संख्या में लोग मतदान के लिए बाहर निकले। किश्तवाड़ में 80%, डोडा में 71%, रामबन में 70% और कुलगाम में 62% से ज्यादा मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि यह नया इतिहास जम्मू-कश्मीर के लोगों ने बनाया है और यह जम्हूरियत का असली जश्न है।
जम्मू-कश्मीर की तरक्की के लिए प्रतिबद्ध
प्रधानमंत्री ने अंत में कहा कि जम्मू-कश्मीर की तेज तरक्की उनका मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि मैं यहां आपके बीच इस जज्बे और तरक्की के पैगाम के साथ आया हूं। मुझे गर्व है कि जम्मू-कश्मीर के भाई-बहन मुझे खुशी से स्वागत कर रहे हैं।