इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ईडी) ये जानकर चौंक गया कि गीतांजलि ग्रुप के नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ग्राहकों को बेवकूफ बना रहे थे, क्योंकि वे निचले ग्रेड के डायमंड ज्वेलरी को 4 से 5 गुना अधिक कीमत पर बेचते थे. कई बार ‘घटिया क्वालिटी’ के हीरे का दाम 10 गुना तक वसूला जाता था. कई बार 10 हजार के हीरे को 50 हजार के प्राइस टैग के साथ बेचा जाता था।
जांच एजेंसी के मुताबिक, सीज किए गए सभी हीरों के असल दाम पता लगाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए सरकार द्वारा एप्रूव एजेंसी की सर्विस ली जाएगी. तभी जब्त किए गए कुल हीरों का असल दाम पता चलेगा।