*जनसभा में श्रुति चौधरी का संबोधन*
आज जिस जगह खड़ी हूँ इस जगह कभी चौधरी बंसीलाल खड़े थे कभी चौधरी सुरेंद्र सिंह खड़े थे
चौधरी बंसीलाल औऱ हमारे परिवार ने इस क्षेत्र और प्रदेश की तरक्की के लिए काम किया हैं
श्रुति चौधरी ने कहा कुछ लोग विरासत की बात करते थे उनकी कौन सी विरासत हैं
मुझे मेरे पिता जी स्वर्गीय चौधरी सुरेंद्र सिंह कहते थे बेटा मुझे जब कोई किसान सम्मान के लिए पैसे की माला देता है तो मैं उसके जुते देखता हूँ ऐसी ईमानदारी की मिशाल थे
एक तरफ विरासत की बात करने वालों को सब लोग आप जानते हैं–श्रुति चौधरी
श्रुति चौधरी ने अपील की औऱ कहा आप मुझे मजबूत बनाकर मेरे साथ चलिए
इस चुनाव में भारी बहुमत से जिताकर आसपास बताएं चौधरी बंसीलाल और चौधरी सुरेंद्र सिंह की ईमानदारी की विरासत को जिंदा रखना है–श्रुति चौधरी