नेशनल डेस्क. पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई सड़क सुरक्षा फोर्स के उत्कृष्ट काम के कारण पंजाब में सड़क हादसों में होने वाली मौतों की दर लगातार घट रही है। आंकड़ों के अनुसार, पहले पंजाब में रोजाना लगभग 17 लोगों की जान सड़क हादसों में चली जाती थी, लेकिन सड़क सुरक्षा फोर्स के गठन के बाद से यह संख्या घटकर 13 हो गई है।
पंजाब सरकार की सड़क सुरक्षा फोर्स न केवल जानें बचाने में मदद कर रही है, बल्कि हादसे में घायल हुए लोगों का कीमती सामान, जैसे कि कैश, गहने और मोबाइल आदि भी उनके परिवारों तक पहुँचाने का काम कर रही है।
सड़क सुरक्षा फोर्स में कांस्टेबल के तौर पर तैनात जतिंदर सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार ने उन्हें निर्देशित किया है कि हादसे की सूचना मिलने पर तुरंत मौके पर पहुंचकर घायल को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान की जाए और उन्हें अस्पताल पहुंचाया जाए। उन्होंने बताया कि उनकी टीम 24 घंटे सड़क पर तैनात रहती है और हादसे की सूचना मिलते ही 10 मिनट के अंदर मौके पर पहुंच जाती है।
आपातकालीन चिकित्सा सुविधा
पंजाब में सड़क सुरक्षा फोर्स की यह खास पहल रोजाना सड़क हादसों में कई कीमती जानें बचाने में सहायक हो रही है। उनके वाहनों में पूरी चिकित्सा किट मौजूद है, जिससे जरूरतमंद लोगों को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाती है। फोर्स को ट्रॉमा सेंटर्स से जोड़ा गया है, ताकि लोगों को समय पर आवश्यक चिकित्सीय सहायता मिल सके।
आंकड़ों के अनुसार, पंजाब में सड़क हादसों में रोजाना लगभग 17 कीमती जानें चली जाती थीं। सड़क सुरक्षा फोर्स सड़क हादसों को रोकने के लिए अनदेखी से ड्राइविंग करने वालों पर नजर रख रही है। सड़क पर वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित कर रही है और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों में अपनी भूमिका निभा रही है। इससे थानों में तैनात पुलिसकर्मियों पर भी बोझ कम हुआ है।