Who is Manish Narwal: भारत ने पेरिस पैरालिंपिक 2024 में बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए एक ही दिन में अपना चौथा मेडल हासिल कर लिया है। मनीष नरवाल ने 10 मीटर एयर पिस्टल शूटिंग स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में सिल्वर मेडल जीता था। भारत के लिए पेरिस पैरालिंपिक दूसरा दिन यानी 30 अगस्त अभी तक शानदार रहा है। भारतीय पैरा एथलीटों ने एक गोल्ड सहित कुल 4 मेडल एक दिन में जीतकर इतिहास रच दिया है।
कौन हैं मनीष नरवाल मनीष नरवाल का जन्म उनके दाहिने हाथ में विकृति के साथ हुआ था, जिसके कारण उनके शुरुआती साल चुनौतीपूर्ण रहे। वह अक्सर दूसरे बच्चों से अलग महसूस करते थे और भावनात्मक रूप से संघर्ष करते थे। इन चुनौतियों के बावजूद उन्होंने एथलीट बनने के अपने सपने को पूरा किया। शुरुआत में फुटबॉल के प्रति जुनूनी होने के कारण उन्हें अपनी शारीरिक स्थिति के कारण इस सपने को छोड़ना पड़ा।
मनीष नरवाल का निशानेबाजी में सफर
अपने माता-पिता के प्रोत्साहन और दोस्त के सुझाव पर मनीष ने बल्लभगढ़ में कोच राकेश ठाकुर के पास शूटिंग की ट्रेनिंग शुरू की। हालांकि, शूटिंग एक महंगा खेल है और मनीष को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उनके पिता जो छोटे-मोटे पुर्जे बनाने का काम करते थे। उन्होंने मनीष को अंतरराष्ट्रीय स्तर की मोरनी पिस्तौल खरीदने के लिए अपना घर सात लाख रुपये में बेच दिया।
मनीष की मेहनत रंग लाई और उन्होंने विभिन्न प्रतियोगिताओं में मेडल जीतना जारी रखा। उनकी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साल 2021 पैरा शूटिंग वर्ल्ड कप में थी, जहां उन्होंने P4 मिश्रित 50 मीटर पिस्टल SH1 स्पर्धा में 229.1 के स्कोर के साथ विश्व रिकॉर्ड बनाया, जिसने सर्बिया के रस्तको जोकिक के 228.6 के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित
खेलों में उनके शानदार योगदान के लिए मनीष नरवाल को साल 2020 में भारत सरकार की ओर से प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार भारत में एथलीटों के लिए सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। अपनी शारीरिक स्थिति और वित्तीय बाधाओं के कारण कई बाधाओं का सामना करने के बावजूद मनीष की दृढ़ संकल्प ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी सफलता हासिल करने में मदद की है।